नेपाली व्यापारी दीपक काम करते हुए
इतिहास में पुरांग क्षेत्र में चीन, नेपाल और भारत के बीच सीमा व्यापार का इतिहास 5 सौ वर्ष से अधिक पुराना है। सौदा किए जाने वाला स्थल पुरांग, नेपाल और भारत के बीच पहाड़ी क्षेत्र के दर्रे और प्रमुख यातायात क्षेत्र में स्थित है। चीन में विशेष कर तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में खुले द्वार की नीति लागू की जाने के चलते पुरांग कांउटी के शहर में यह सीमा व्यापार बाज़ार खोला गया। यहां व्यापार करने वाले प्रत्येक विदेशी व्यापारी के लिए एक उदार नीति लागू की जाती है, जो रोज़ 8 हज़ार युआन की वस्तुओं का बिना कर वसूले आयात किया जा सकता है। इससे नेपाली और भारतीय व्यापारियों को प्रेरणा मिली है। वर्तमान में पुरांग कांउटी के सीमा व्यापार बाज़ार में नेपाल और भारत के कुल 339 व्यापारी हैं। उनकी सालाना व्यापारिक राशि कई लाख युआन से 5-6 लाख युआन के बीच है।
स्थानीय आर्थिक विकास और सीमा व्यापार के लिए लागू की जा रही उदार नीति से दीपक का व्यापार दिनों दिन बेहतर हो रहा है। आज उसके पास सीमा व्यापार बाज़ार में एक मध्यम या इसके ऊपरी स्तर वाली दुकान है। जिसमें नेपाल की विशेषता वाली वस्तुएं बेची जाती हैं। जैसा कि नेपाली वस्त्र, कपड़े, ब्राउन शुगर (खांड सारी), कॉफ़ी, मेकअप की वस्तुएं, मेज़ के बर्तन और सजावटी वस्तुएं आदि। जिन्हें स्थानीय तिब्बती नागरिकों और पर्यटकों की लोकप्रियता मिली है। दीपक ने बल देते हुए कहा कि नेपाल से आयातित ब्राउन शुगर (खांड सारी) स्थानीय लोग अधिक पसंद करते हैं।
दीपक की दुकान में विविधतापूर्ण वस्तुएं बेची जाती हैं। लेकिन ये वस्तुएं नेपाल से पुरांग तक पहुंचाना मुश्किल काम है। पुरांग कांउटी हिमालय पर्वत के दक्षिणी भाग की तलहटी में स्थित है। समुद्र तल से इसकी औसत ऊंचाई 4 हज़ार मीटर है। तिब्बती भाषा में"पुरांग"का अर्थ है"बर्फीले पहाड़ों से घिरा हुआ स्थल"। पहले, नेपाल और भारत से लाई गई व्यापारिक वस्तुएं ऊंचे-ऊंचे पर्वतों पर चढ़कर पुरांग तक पहुंचाई जाती थी। यातायात की स्थिति बहुत खराब थी। लेकिन वर्तमान में स्थिति बदल गई है। इसकी चर्चा में नेपाली व्यापारी दीपक ने कहा:
"पहले हमने घोड़े या खच्चर के माध्यम से व्यापारिक माल को पुरांग तक पहुंचाते थे। वर्तमान में चीन सरकार ने पुरांग से सीमा व्यापार चौकी तक सुविधापूर्ण मार्ग का निर्माण किया। इस तरह हमें सिर्फ़ नेपाल में घोड़े या खच्चर से सामान को चौकी पर पहुंचाना पड़ता है। चीन के भीतर हम बड़ी सुविधा के साथ वाहन से सामान को पुरांग कांउटी शहर तक पहुंचा सकते हैं।"