15) दिए गए वक्त में भाषण पूरा करें :
कई बार लोग शुरुआत तो अच्छी करते हैं पर अपनी बात को इतना खींचते चले जाते हैं कि श्रोता बोर हो जाते हैं। कम शब्दों में अपनी बात कहना एक कला है , और एक अच्छा वक्ता इस बात को बखूबी जानता है. इसलिए आपको भाषण के लिए जितना समय दिया गया है उतने में ही अपनी बात पूरी करिये। याद रखिये एक अच्छा वक्ता वो नहीं होता जो सिर्फ अच्छी तरह भाषण शुरू करना जानता है , बल्कि वो होता है जो सही समय पर रुकना भी जानता है।
16) Thanks करना न भूलें :
Gratitude दुनिया की सबसे अच्छी feelings में से एक है. Speech के अंत में आयजकों, sponsors, श्रोताओं, इत्यादि के सहयोग के लिए उन्हें धन्यवाद करना न भूलें. सब कुछ अच्छा करने के साथ -साथ अगर आप दिल से लोगों को धन्यवाद देते हैं तो ये सोने पे सुहागा जैसा काम करता है , इसे कभी मिस ना करें .
17) अंत भला तो सब भला :
भाषण का अंत प्रभावशाली होना चाहिए. स्पीच के अंत में लोगों में जोश पैदा होना चाहिए, या उन्हें अच्छा feel होना चाहिए। कई नेता इसके लिए अंत में जय हिन्द या वन्दे मातरम जैसे नारे लगवा देते हैं। ऐसा हर जगह तो नहीं किया जा सकता पर आप कुछ शेरो-शयरी या कोई अच्छा सा quote तो use कर ही सकते हैं। Speech को positive note पे end करना उसे यादगार बना देता है और लम्बे समय तक लोग उसे याद रखते हैं . अतः भाषण का अंत कैसे हो इसपर विशेष ध्यान दें।
आपके विचार (0 टिप्पणियां)
![]()
कोई टिप्पणी नहीं
powered by changyan
|