लिली- चलिए मैं बताती हूं एक लड़की के बारे में जिसे है अजीबो-गरीब बीमारी।
दोस्तों, इंग्लैंड में रहने वाली एक लड़की को अजीबो-गरीब बीमारी है जिसके चलते वह वो रोज छह बार बेहोश होती हैं। इस लड़की नाम जॉर्डन और उसे वासोवागल सिन्कोप' नाम की बीमारी है। इस बीमारी ने जॉर्डन की नौकरी छूट गई। हर वक्त कोई न कोई जॉर्डन के पास रहना बहुत जरुरूी होता है। जॉर्डन की उम्र जैसे-जैसे बढ़ रही है, वैसे-वैसे स्थिति और गंभीर होती जा रही है। कई बार वो स्विमिंग पूल में और सीढिय़ों से भी गिर चुकी हैं। इस बीमारी से जॉर्डन को अंदाजा नहीं होता कि वह कहां बेहोश हो रही है। इसलिए उसे हर समय मौत का डर सताता रहता है। जॉर्डन कई बार स्विमिंग पूल में और सीढिय़ों से भी गिर चुकी हैं।
उन्होंने इस बीमारी के लिए कई बार डॉक्टरों को दिखाया लेकिन किसी को भी यह बीमारी समझ नहीं आ रही। मीडिया से बातचीत के दौरान जॉर्डन ने बताया कि 16 साल की उम्र से मुझे यह बीमारी है। उसने बताया कि इस बीमारी के चलते मेरी नौकरी छूट गई अब मेरा मां बनने का सपना भी टूटता दिख रहा है। जॉर्डन ने कहा कि वह ज्यादतर घर में ही रहती है और हर वक्त मेरे साथ कोई न कोई होना बहुत जरुरी है।
अखिल- दोस्तों, आपको ग्रीन टी का कमाल बताता हूं कि 1 साल में बेहद 'कमसिन'दिखने लगी बहुत मोटी लड़की।
दोस्तों, इंग्लैंड के सैलफोर्ड की रहने वाली 30 साल की समंथा रीज का वजन 110 किलो था। कम हाईट और अधिक वजन से परेशान होकर उसने दोस्तों की सलाह पर ग्रीन टी पीना शुरू कर दिया। इसका नतीजा ये रहा कि समंथा का वजन एक साल के अंदर 51 किलो तक कम हो गया और अब वह 59 किलो की है। समंथा के मुताबिक, वह महज 15 साल की उम्र में मां बन गई थी। इसके बाद 18 साल की उम्र से उसका वजन बढऩा शुरू हो गया। वह अपने बढ़ते वजन से परेशान थी, लेकिन इसे रोक नहीं पा रही थी। एक साल पहले तक वह दूध वाली चाय, बिस्किट और जंक फूड खूब खाती थी। लेकिन अब उसने ये सब छोड़ दिया है और सिर्फ ग्रीन टी पीती है।
समांथा के मुताबिक, उसने अप्रैल 2014 से ग्रीन टी पीना शुरू किया। इस दौरान मामूली एक्सरसाइज भी करती थी और अब वह भी दूसरी महिलाओं की तरह फिट लगती है। समंथा के दो बच्चे हैं, एक 14 साल और दूसरा 10 का है।
लिली- दोस्तों, हम कई बार अपनी बहुत-सी महत्वपूर्ण चीजों को अपने साथ रखने की चाह तो रखते हैं, पर कम जगह होने के कारण या अधिक सामान होने के कारण उसे नहीं रख पाते लेकिन अब ये मुश्किल काम भी संभव होगा क्योंकि एक भारतीय युवा जोड़े ने एक ऐसी जैकेट का निर्माण किया है, जिसमें आप अपने आईपैड से लेकर छोटे कंबल तक को आसानी से रख सकते हैं।
इस प्रोजेक्ट के लिए क्रॉउड फंडिंग के जरिए 30 लाख मिलियन डॉलर जमा किए गए थे। यह हर यात्री के लिए सुविधाजनक है। 'डेली मेल' के अनुसार, शिकागो में रहने वाले हिरल संघवी और उनकी पत्नी योगांशी शाह ने बोबैक्स नामक इस जैकेट का निर्माण किया है। इस जैकेट के अंदर नेक पिलो, हुड, आई मास्क, ग्लव्स और ड्रिंक होल्डर के साथ-साथ कई अन्य विशेषताएं भी हैं।
इस जैकेट के अंदर आप फोन, दवाइयां, ईयरफोन, चार्जर और छोटे से कंबल के साथ ही कई तरह के सामान रख सकते हैं।जैकेट के निर्माता हिरल ने कैलोग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से एम.बी.ए. में डिग्री हासिल की है। उनका कहना है, ''हम महिलाओं और पुरुषों के लिए एक अलग तरह की चीज का निर्माण करना चाहते थे, जिसमें कई तरह के डिजाइन हों। इसलिए हमने एक जैकेट का निर्माण किया।''
इस जैकेट को स्विस आर्मी जैकेट भी कहते हैं, जिसमें 15 जेबें हैं और इस जैकेट को नवम्बर से आम लोग मात्र 109 डालर में खरीद सकते हैं।
यांग- चलिए दोस्तों, अभी हम सुनते हैं यह हिन्दी गाना... उसके बाद आपके ले चलेंगे हमारे मनोरंजन के दूसरे सेगमेंट की तरफ...