श्याओ रेअतंग वृद्ध आश्रम में बुजुर्ग की सहायता देते हुए
पिछले 19 सालों में बुढ़े छन की देखभाल के दौरान श्याओ रेअतंग को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। बुढ़े छन के बीमार होने के वक्त उनकी देखभाल, इलाज करने और औषधियों के खर्च उनके लिए बोझ जैसा था। एक बार उन्होंने बुढ़े छन की देखभाल छोड़ने का भी सोचा था। लेकिन उनकी शारीरिक स्थिति देख उन पर दया आ गई और बुढ़े छन की देखभाल करना जारी रखा।
बुढ़े छन की देखभाल के दौरान श्याओ रेअतंग को आर्थिक मुसिबतों के अलावा दूसरे लोगों की असमझी का भी सामना करना पड़ता है। इसके प्रति उन्हें अफ़सोस होता है। श्याओ रेअतंग ने कहा:
"दूसरे लोग मुझे नहीं समझते हैं। कुछ लोगों ने कहा कि बुढ़ों की देखभाल करने से तुम्हें क्या लाभ मिलेगा। कुछ ने कहा कि इस प्रकार की कार्रवाई से सरकार और पार्टी संगठन तुम्हें मॉडल कार्यकर्ता का पुरस्कार देंगी। कुछ लोगों ने कहा कि मेरी यह कार्रवाई झूठी है।"