अखिल- दोस्तों, यह थी भगवान श्री कृष्ण की महत्वपूर्ण सीख, हमें यकीन है कि आप इस पर जरूर गौर करेंगे।
लिली- चलिए, अभी हम आपको ले चलते हैं हंसी-खुशी की दुनिया में जहां सुनाए जाएंगे चटपटे और मजेदार जोक्स।
अखिल- दोस्तों, हम आपको हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा की हंसी भरी और रोचकदार बातें सुनवा रहे हो। चलिए सुनते हैं....
अखिल- दोस्तों, कैसी लगी आपकी हास्य कवि सुरेंद्र शर्मी जी की हंसी भरी बातें। चलिए अब सुनाता हूं मजेदार जोक्स
1. संता: यार जरा तुम्हारे सुखी वैवाहिक जीवन का राज तो बताओ!
जब देखो तब तुम्हारे घर से तुम्हारी और तुम्हारे बीवी की हंसने की आवाजें आती रहती है!
बंता: अरे कैसी हंसी की आवाजें, जब देखो तब उसे गुस्सा आता है और जब उसे गुस्सा आता है तो वह सारे बर्तन फेंककर मुझे मारती है!
अगर निशाना सही लगा तो वो हंसती है और अगर निशाना गलत लगा तो मैं हंसता हूं
2. एक बार कक्षा में टीचर ने बच्चों से पूछा, "बताओ बच्चों 1869 में क्या हुआ था?"
बंटी: मैडम जी 1869 में गांधी जी का जन्म हुआ था।
टीचर: शाबाश, अच्छा अब बताओ 1872 में क्या हुआ था?
पप्पू: मैडम जी 1872 में गांधी जी तीन साल के हो गए थे।
3. टीचर: अगर तुम एक जंगल में हो और वहां शेर आ जाए तो तुम क्या करोगे?
पप्पू: सर मैं पेड़ पर चढ़ जाऊंगा।
टीचर: अगर वह वहां भी आ जाए तो?
पप्पू: तो मैं पानी में कूद जाऊंगा।
टीचर: और अगर वह पानी में ही आ जाए तो?
पप्पू: मास्टर जी, पहले आप यह बताओ कि शेर क्या आपका रिश्तेदार है जो आप उसकी साइड लिए जा रहे हो।
4. एक बार एक शिक्षक कक्षा में बच्चों को पढ़ा रहा था।
शिक्षक ने पप्पू से पूछा, बेटा पप्पू एक बात बताओ कि बस के ड्राइवर और कंडक्टर के कामों में क्या फर्क होता है?
पप्पू: मास्टर जी, अगर बस का कंडक्टर सो जाए तो किसी का टिकट नहीं कटेगा और अगर ड्राइवर सो जाए तो सबका टिकट कट जाएगा।
अखिल- दोस्तों, इसी के साथ हम आपसे विदा लेते हैं। अब हमारा जाने का वक्त हो चला है... अगले हफ्ते हम फिर लौटेंगे, इसी समय, इसी दिन अपनी मस्ती की पाठशाला लेकर। आप हमें लेटर लिखकर या ई-मेल के जरिए अपनी प्रतिक्रिया, चुटकुले, हंसी-मजाक, मजेदार शायरी, अजीबोगरीब किस्से या बातें भेज सकते हैं। हमारा पता है hindi@cri.com.cn। अभी के लिए मुझे और लिली जी को दीजिए इजाजत। गुड बॉय, नमस्ते।