Monday   Aug 11th   2025  
Web  hindi.cri.cn
संडे की मस्ती 2015-08-02
2015-08-05 10:13:05 cri

अखिल- दोस्तों, आपका एक बार फिर स्वागत है हमारे इस मजेदार कार्यक्रम संडे की मस्ती में... मैं हूं आपका दोस्त एन होस्ट अखिल।

अखिल- दोस्तों, नासा के वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक नई 'पृथ्वी' खोजने की घोषणा की है। केपलर 452बी नामक इस ग्रह को 'अर्थ-2' के नाम से भी पुकारा जा रहा है। यह हमारी आकाशगंगा में पृथ्वी की तरह ही ग्रह है। द इंडिपेंडेंट की एक रिपोर्ट में इस नई पृथ्वी के बारे में जानकारी दी गई है। आप भी जानिए इसकी 8 खास बातें-

1. पृथ्वी का जैसा ग्रह

अब तक खोजे गए ग्रहों में यह ग्रह पृथ्वी से सबसे ज्यादा मिलता है। वैज्ञानिक इसे पृथ्वी की बहन और पृथ्वी-2 भी कह रहे हैं। इसका साइज भी पृथ्वी से काफी समान है।

2. पृथ्वी के बराबर लंबा साल

केपरलर 452बी के एक साल की लंबाई यानी समय और इसकी सतह की खूबियां भी लगभग हमारी पृथ्वी जैसी ही हैं। इसका एक साल 385 दिनों का यानी हमारी पृथ्वी से सिर्फ 20 साल ज्यादा है।

3. अपने तारे से उचित दूरी

यह ग्रह हमारे सूर्य से करीब 1.5 अरब साल पुराना है। अगर कोई ग्रह अपने तारे से ज्यादा नजदीक होगा तो काफी गर्म होगा और ज्यादा दूर होगा तो काफी ठंडा। केपलर 452बी, अरबों सालों से अपने तारे से उचित दूरी पर है।

4. ज्वालामुखी और पानी भी मौजूद

केपलर 452बी पर जीवन के लिए काफी अहम तत्व पानी होने की सबसे ज्यादा संभावना मौजूद है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसकी सतह के नीचे ज्वालामुखी भी हो सकते हैं।

5. इसकी ग्रैविटी में रह सकते हैं इंसान

यह ग्रह हमारी पृथ्वी से थोड़ा ज्यादा बड़ा है। माना जा रहा है कि इसकी ग्रैविटी पृथ्वी के मुकाबले दोगुनी होगी। वैज्ञानिकों का कहना है कि इतने गुरुत्वाकर्षण में इंसान जिंदा रह सकते हैं।

6. पौधे लगाना भी होगा संभव

केपलर 452बी हमारे सूरज से थोड़ा बड़ा है। यह अपने तारे से गर्मी और प्रकाश लेता है, जो कि पृथ्वी से थोड़ा सा ज्यादा है। माना जा रहा है कि इस मौसम में पौधे भी अपना जीवन जी सकते हैं।

7. धूप भी सेक सकते हैं आप

इस ग्रह का तारा हमारी पृथ्वी के तारे यानी सूरज की तरह ही प्रकाश देता है। अगर यहां पर चट्टानें हुईं और वातावरण विकसित हुआ तो आप छुट्टियों में धूप भी सेक सकते हैं।

8. फिलहाल जाना है असंभव

केपलर 452बी काफी गर्म है, संभवतः गीला भी और इसमें पौधों को जीवन भी मलि सकता है, हालांकि यह हमसे 1,400 प्रकाश वर्ष दूर है। एक प्रकाश वर्ष यानी प्रकाश एक साल में जितनी दूरी तय करता है। यहां पहुंचने में ही अरबों साल लग जाएंगे।

लिली- चलिए दोस्तों, अब हम अखिल जी से सुनते हैं एक प्रेरक कहानी। कहानी का शीर्षक है पुराना कुंवा

अखिल- दोस्तों, वर्षों की मेहनत के बाद एक किसान ने एक सुन्दर बागीचा बनाया . बागीचे के बीचो-बीच एक बड़ा सा पेड़ था जिसकी छाँव में बैठकर सुकून का अनुभव होता था .

एक दिन किसान का पड़ोसी आया , बागीचा देखते ही उसने कहा , " वाह ! बागीचा तो बहुत सुन्दर है , पर तुमने बीच में ये मनहूस पेड़ क्यों लगा रखा है ?"

"क्या मतलब ?", किसान ने पुछा .

"अरे क्या तुम नहीं जानते , इस प्रजाति के पेड़ मनहूस माने जाते हैं , ये जहाँ होते हैं , वहां अपने साथ दुर्भाग्य लाते हैं … इस पेड़ को जल्दी से जल्दी यहाँ से हटाओ …", पडोसी बोला .

यह बोलकर पडोसी तो चला गया पर किसान परेशान हो गया , उसे डर लगने लगा कि कहीं इस पेड़ की वजह से उसके साथ कुछ अशुभ न हो जाए .

अगले ही दिन उसने वो पेड़ काट डाला .

पेड़ बड़ा था , उसकी कटी लकड़ियाँ पूरे बागीचे में जहाँ -तहाँ इकठ्ठा हो गयीं .

अगले दिन फिर वही पड़ोसी आया और बोला , " ओह्ह्हो .. इतने सुन्दर बागीचे में ये बेकार की लकड़ियाँ क्यों इकठ्ठा कर रखी हैं … ऐसा करो इन्हे मेरे अहाते में रखवा दो .."

लकड़ियाँ रखवा दी गयीं .

किसान ने पडोसी की बातों में आकर पेड़ तो कटवा दिया , पर अब उसे एहसास होने लगा कि पडोसी ने लकड़ियों की लालच में आकर उससे ऐसा करवा दिया .

दुखी मन से वह महान गुरु लाओ-त्ज़ु के पास पहुंचा और पूरी बात बता दी .

लाओ-त्ज़ु मुस्कुराते हुए बोले , " तुम्हारे पड़ोसी ने सच ही तो कहा था , वो पेड़ वास्तव में मनहूस था , तभी तो वो तुम्हारे जैसे मूर्ख के बागीचे में लगा था .

यह सुन किसान का मन और भी भरी हो गया .

" उदास मत हो ", लाओ-त्ज़ु बोले ," अच्छी बात ये है कि तुम अब पहले जैसे मूर्ख नहीं रहे … तुमने पेड़ तो गँवा दिया पर उसके बदले में एक कीमती सबक सीख लिया है … जब तक तुम्हारी अपनी समझ किसी बात को ना स्वीकारे तब तक दुसरे की सलाह पर कोई कदम मत उठाना ."

दोस्तों , बहुत बार हम दुसरो की देखा देखी या किसी की सलाह पर कोई decision ले लेते हैं . जैसे कि कोई अपने friend की वजह से कोई subject या college chose कर लेता है , या किसी की सलाह पर कोई multi-level marketing company से जुड़ जाता है … share market में पैसा लगा देता है , etc…. हो सकता है ऐसा करना कुछ लोगों के लिए फायदेमंद रहता हो पर ज्यादातर मामलों में नतीजा बुरा ही होता है . इसलिए हमें दूसरों की सलाह पर अमल करने से पहले अपनी समझ का इस्तेमाल ज़रूर करना चाहिए .

लिली- दोस्तों, इस कहानी से हमें बहुत बड़ी सीख मिलती है कि दुसरों की सीख को आंख मूंद कर नहीं मान लेनी चाहिए। सबसे पहले अपनी समझ का इस्तेमाल करना चाहिए। चलिए, अभी हम आपको महाभारत धारावाहिक में भगवान श्री कृष्ण की महत्वपूर्ण सीख सुनवाते हैं, जो हमारे आने वाले प्रोग्राम में भी जारी रहेगा। आइए.. सुनते हैं

1 2 3 4
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040