अखिल- दोस्तों, आपका एक बार फिर स्वागत है हमारे इस मजेदार कार्यक्रम संडे की मस्ती में... मैं हूं आपका दोस्त एन होस्ट अखिल।
दोस्तों, भले ही हम आज वैज्ञानिक युग में जी रहे हैं, लेकिन आज भी समाज के कई लोग कई परंपराओं और अंधविश्वास को मानते है। इसमें सबसे ऊपर नाम सपनों से जुड़े अंधविश्वास का आता है। कोई मछली दिखने को शुभ मानता है तो कोई शादी दिखने को अशुभ। आज हम आपको ऐसे ही सपनों से जुड़े अंधविश्वास बता रहे हैं जिन्हें सुनकर आप जरूर हैरान हो जाएंगे।
1. कई लोग अपनी शादी को एक परेशानी मानते हैं, वैसे ही लोगों का कहना है कि अगर सपने में आप अपनी शादी देखते हो तो इसका मतलब है कि आप पर कोई परेशानी आने वाली है।
2. वहीं अगर आपको सपने में ऐसा लगता है कि कहीं भूकंप आया है, तो इसका मतलब है कि आपकी संतान को कोई कष्ट आने वाला है। आपकी संतान को कोई दिक्कत हो सकती है।
3. अगर आपको सपने में कुत्ता काट लेता है तो इसका मतलब है कि आप पर कोई संकट आने वाला है। साथ ही अगर आप सपने में कुत्ता पाल रहे तो भी इसका मतलब ये ही है कि आप संकट आने वाला है।
4. लोग कहते हैं कि अगर सपने में बड़े-बूढ़े का आशीर्वाद मिले तो इसका मतलब है कि आपका मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ने वाली है।
5. लोगों का मानना है कि अगर आप सपने में अपने आप को हाथ-पैर धोते हुए पाते हो तो इसका मतलब है कि अब आपकी सारी चिंताएं दूर हो जाएगी।
6. कई लोगों का कहना है कि अगर आपको सपने में मछली दिखती है तो इसका मतलब है कि आपके घर में शुभ कार्य होने वाला है।
7. कई लोग ये भी मानते है कि अगर आप घोड़े से गिरता हुआ देखते हो तो मतलब है कि आपका कोई पद छूटने वाला है, लेकिन आप अपने आप को घोड़े पर चढ़ता हुआ देखते हो तो आपके लिए खुशखबरी आने वाली है। आपको पद लाभ होने वाला है।
8. सपने में किसी की हत्या देखने का मतलब है कि आप जल्द ही कोई परेशानी में पड़ सकते हो।
9. वहीं अगर आपको सपने में गाय मिलती है तो इसका मतलब है कि आपको जमीन का लाभ होने वाला है। आपको जमीन मिलने वाली है।
10. सपने में मिठाई खाते देखने का मतलब है कि आपको मान व तरक्की प्राप्त होने वाली है।
लिली- दोस्तों, ये थीं सपनों से जुड़े अंधविश्वास के बातें। चलिए, अब हम अखिल जी से सुनते हैं एक प्रेरक कहानी। कहानी का शीर्षक है मैं ऐसा क्यों हूँ ?
अखिल- दोस्तों, एक दिन मीठ्ठू तोता बड़ा उदास बैठा था . माँ ने पुछा , " क्या हुआ बेटा तुम इतने उदास क्यों हो ?"
" मैं अपनी इस अटपटी चोंच से नफरत करता हूँ !!", मीठ्ठू लगभग रोते हुए बोला . "तुम अपनी चोंच से नफरत क्यों करते हो ?? इतनी सुन्दर तो है !", माँ ने समझाने की कोशिश की .
"नहीं , बाकी सभी पक्षियों की चोंच कहीं अच्छी है …. देखों... बिरजू बाज , कालू कौवा , कल्कि कोयल … सभी की चोंच मुझसे अच्छी है…. पर मैं ऐसा क्यों हूँ ?", मीठ्ठू उदास बैठ गया .
माँ कुछ देर शांति से बैठ गयी , उसे भी लगा कि शायद मीठ्ठू सही कह रहा है , मीठ्ठू को समझाएं तो कैसे …। तभी उसे सूझा कि क्यों ना मीठ्ठू को ज्ञानी काका के पास भेजा जाए , जो पूरे जंगल में सबसे समझदार तोते के रूप में जाने जाते थे .
माँ ने तुरंत ही मीठ्ठू को काका के पास भेज दिया .
ज्ञानी काका जंगल के बीचो -बीच एक बहुत पुराने पेड़ की शाखा पर रहते थे।
मीठ्ठू उनके समक्ष जाकर बैठ गया और पुछा , " काका , मेरी एक समस्या है !"
"प्यारे बच्चे तुम्हे क्या दिक्कत है , बताओ मुझे ", काका बोले .
मीठ्ठू बताने लगा ," मुझे मेरी चोंच पसंद नहीं है , ये कितनी अटपटी सी लगती है। ….. बिलकुल भी अच्छी नहीं लगती … वहीँ मेरे दोस्त , बिरजू बाज , कालू कौवा , कल्कि कोयल … सभी की चोंच किनती सुन्दर है !"
काका बोले , " सो तो है , उनकी चोंचें तो अच्छी हैं …. खैर ! तुम ये बताओ कि क्या तुम्हे खाने में केचुए और कीड़े -मकौड़े पसंद हैं ??"
" छी … ऐसी बेकार चीजें तो मैं कभी न खाऊं … ", मीठ्ठू ने झट से जवाब दिया .
"अच्छा छोड़ो , क्या तुम्हे मछलियाँ खिलाईं जाएं या फिर तुम्हे खरगोश और चूहे परोसे जाएं ..?", काका ने पुछा .
"वैक्क्क …. काका कैसी बातें कर रहे हैं आप ? मैं एक तोता हूँ … मैं ये सब खाने के लिए नहीं बना हूँ …", मीठ्ठू नाराज़ होते हुए बोला ."
"बिलकुल सही ", काका बोले , " यही तो मैं तुम्हे समझाना चाहता था …. ईश्वर ने तुम्हे कुछ अलग तरीके से बनाया है …, जो तुम पसंद करते हो , वो तुम्हारे दोस्तों को पसंद नहीं आएगा , और जो तुम्हारे दोस्त पसंद करते हैं वो तुम्हे नहीं भायेगा . सोचो अगर तुम्हारी चोंच जैसी है वैसी नहीं होती तो क्या तुम अपनी फेवरेट ब्राजीलियन अखरोट खा पाते … नहीं न !!… इसलिए अपना जीवन ये सोचने में ना लगाओ कि दुसरे के पास क्या है – क्या नहीं , बस ये जानो कि तुम जिन गुणों के साथ पैदा हुए हो उसका सर्वश्रेष्ठ उपयोग कैसे किया जा सकता है और उसे अधिक से अधिक कैसे विकसित किया जा सकता है !"
मीठ्ठू काका की बात समझ चुका था , वह ख़ुशी – ख़ुशी अपनी माँ के पास वापस लौट गया .


Wednesday Aug 20th 2025 






