चीनी सामाजिक विज्ञान अकादमी के आधुनिक इतिहास अनुसंधान केंद्र के शोधकर्ता जालो
चीनी सामाजिक विज्ञान अकादमी के आधुनिक इतिहास अनुसंधान केंद्र के शोधकर्ता, तिब्बती बंधु जालो ने बल देते हुए कहा कि तिब्बत के समाज में इतनी बड़ा छलांग सा विकास साकार होने का श्रेय समूचे देश में तिब्बत की सहायता देने को जाता है। उन्होंने कहा:
"तिब्बत के सामाजिक विकास की एक महत्वपूर्ण विशेषता समूचे देश की सहायता व्यवस्था है। तिब्बती क्षेत्र में विकास बढ़ाने के लिए चीन की केंद्र सरकार नियमित रूप से तिब्बत-कार्य सम्मेलन आयोजित करती है। केंद्र सरकार और विभिन्न स्थानीय सरकारों ने तिब्बती क्षेत्र के विकास में विशेष मांग के मद्देनज़र पूर्ण रूप से विचार विमर्श किया और फिर एक अखिल सहायता व्यवस्था पेश की।"
चीन के भीतरी इलाके द्वारा तिब्बत की सहायता दो भागों में बंटी हुई है। पहला, केंद्र सरकार बड़ा वित्तीय समर्थन करती है। दूसरा, भीतरी इलाके में आर्थिक विकसित प्रांत, शहर और केंद्रीय कारोबार तिब्बती क्षेत्र में विशेष समर्थन और सहायता देते हैं। इसकी चर्चा करते हुए जालो ने कहा:
"वर्ष 2010 में पांचवां तिब्बत-कार्य सम्मेलन आयोजित हुआ। जिसमें महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया कि तिब्बत को सहायता देने वाले प्रांतों की वित्तीय आय में 0.5 प्रतिशत राशि का प्रयोग तिब्बत को मदद देने के लिए प्रयोग किया जाता है। इस निर्णय से देश में विभिन्न प्रांतों और शहरों के तिब्बती क्षेत्र की सहायता और निवेश के लिए नीतिगत गारंटी दी गई है। जिसने तिब्बत के विकास के लिये प्रेरणात्मक भूमिका निभाई है। वर्तमान में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में 90 प्रतिशत वित्तीय खर्च केंद्र सरकारऔर देश के भीतरी इलाकों में विभिन्न प्रांतों और शहरों की सहायता राशि से आता है। मुझे लगता है कि तिब्बत के विकास की सबसे बड़ी प्रेरित शक्ति समूचे देश में लागू कीजा रही तिब्बत की सहायता वाली कारगर व्यवस्था है।"