दोस्तों, चीन में एक रेस्तरां ने ग्राहकों को लुभाने का अनूठा प्रयोग शुरू किया है. यहां लड़कियां जितनी छोटी स्कर्ट पहनकर आती हैं, उन्हें बिल में उतना ही डिस्काउंट दिया जाता है.
यह रेस्तरां पूर्वी चीन के जिनान शहर में हैं. यहां महिला ग्राहकों के पहुंचने पर कर्मचारी उनकी स्कर्ट का नाप लेते हैं और उसी के मुताबिक उन्हें खाने के बिल में छूट मिलती है. कर्मचारी इंची टेप लेकर यह नापते हैं कि महिला की स्कर्ट उसके घुटने से कितने इंच ऊपर है.
अगर स्कर्ट घुटने से तीन इंच ऊपर है तो रेस्तरां बिल में 20 फीसदी की छूट देता है. घुटने से 13 इंच ऊंची स्कर्ट पर बिल में 90 फीसदी तक छूट दी जाती है. यांग जिया हॉटपॉट रेस्तरां चीन के चोंगकिंग शहर में लजीज खाने के लिए मशहूर है.
'डेलीमेल' के मुताबिक, रेस्तरां ने मिनी स्कर्ट पहनने पर बिल में छूट देने की स्कीम पिछले हफ्ते से लागू की है. रेस्तरां के संस्थापक ईसन यांग ने इस पर कहा कि इन दिनों हमें मंदी का सामना करना पड़ रहा है, जिसके चलते हमने यह प्रयोग किया है. उन्होंने कहा कि रविवार को इस प्रमोशनल ऑफर के चलते 50 महिला ग्राहक रेस्तरां को मिले थे.
वनिता- हा हा हा हा.. इस मंदी के जमाने में लोग न जाने क्या-क्या पैंतरा अपना रहे है। काफी दिलचस्प किस्सा है यह अखिल जी। दोस्तों, अब मैं एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रही हूं, जहां हर शख्स कमाता है लाखों रुपए!
अखिल- अरे वाह.. क्या बात है। मैं तो जरूर जानना चाहूंगा...
वनिता- दोस्तों, चीन के उत्तरी तट के पास बसे जियांगयिन शहर में रहने वाले लोगों के लिए ये कोई सपना नहीं बल्कि हकीकत है। पूरे देश में सबसे अमीर कृषि गांव कहे जाने वाले इस गांव में रहने वाले सभी 2000 रजिस्टर्ड लोगों की सलाना आमदनी एक लाख यूरो (करीब 80 लाख रुपए) है।
1961 में स्थापित ये गांव आज एक सफल समाजवादी गांव का मॉडल पेश कर रहा है। हालांकि, यहां कृषि की हालत पहले बहुत ही खराब थी, लेकिन गांव की कम्युनिस्ट पार्टी कमेटी के पूर्व अध्यक्ष रहे वू रेनवाओ ने गांव की सूरत ही बदल डाली। उन्होंने गांव में एक मल्टी सेक्टर इंडस्ट्री शुरु की और साथ ही 1990 में कंपनी को शेयर बाजार में सूचीबद्ध करवाकर गांव के लोगों को इस कंपनी में शेयरधारक बनाया।
बता दूं कि गांव की स्टील, सिल्क और ट्रैवल इंडस्ट्री खासतौर पर विकसित हैं और इसने 2012 में मुख्य रूप से 9.6 अरब डॉलर के फायदे का योगदान दिया। गांव के लोगों के लाभ का हिस्सा कंपनी में शेयर होल्डर निवासियों के बीच बांटा जाता है।
अखिल- वाह.. वनिता जी, आपने वाकई दिलचस्प और अच्छी जानकारी दी। दोस्तों, मैं आपको एक और हैरतंगेज और अजीबोगरीब ख़बर सुनाने जा रहा हूं।
दोस्तों, बच्चों को अक्सर आपने मिट्टी खाते देखा होगा. लेकिन 90 साल का कोई इंसान आपसे कहे कि रोज 1 किलो मिट्टी खाए बिना उसे चैन नहीं मिलता, तो आपका कैसा रिएक्शन होगा? बात तो चौंकने वाली ही है, लेकिन यह सच है. उत्तरप्रदेश के शाहजहां जिले के काजरी नूरपुर गांव में रहने वाली 92 वर्षीया सुदामा देवी इसकी जीती जागती मिसाल हैं.
सुदामा देवी बताती हैं कि उन्होंने 10 साल की उम्र में सहेलियों के कहने पर मजाक-मजाक में मिट्टी खाना शुरू किया था. मतलब यह कारनामा वो पिछले करीब 80 सालों से भी ज्यादा समय से करती आ रही हैं. ताज्जुब की बात यह है कि इतने सालों से बिना किसी नुकसान के वो मिट्टी को पचा भी रही हैं. शौक का तो पूछिए ही मत. उनका कहना है कि वो सूखी मिट्टी खाने से पहले थोड़ी मिट्टी एक ग्लास पानी मिलाकर पीती हैं. इसके अलावा संतरे आदि से भी सूखी मिट्टी लगा लगा कर खाती हैं.
उनके पति कृष्ण कुमार से उनके कुल 10 बच्चे भी हुए (7 लड़के और 3 लड़कियां). लेकिन उनमें से फिलहाल 3 लड़के और 1 लड़की ही जीवित हैं. डॉक्टर उन्हें पूरी तरह फिट बताते हैं और खुद सुदामा देवी को भी अपने इस शौक से कोई परेशानी नहीं है.
वनिता- अखिल जी, इस ख़बर ने तो मुझे हैरान ही कर दिया। मुझे तो अब तक विश्वास नहीं हो रहा कि यह कैसे मुमकिन है। वाकई.. कमाल की बात है।
वनिता- चलिए दोस्तों... अभी हम आपको सुनवाते हैं एक चाइनिज सोंग...। इस गीत को गाया है चीन के फेमस सिंगर टीम टाईगर्स सिंगर टीम । इसटीम में तीन सदस्य थे। अब इस टीम को भंग किया गया है। लेकिन पिछली शताब्दि के अंत में यह टीम चीन की मुख्य भूमि, हांगकांग और थाईवान में बहुत प्रतिद्धि है। गीत का शीर्षक है नमस्कार। आइए, सुनिए।