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    संडे की मस्ती 2015-05-24
    2015-06-01 18:24:09 cri

    अखिल- आपका बहुत-बहुत शुक्रिया विजय शर्मा जी। हमें आपकी राय जानकर अच्छा लगा, उम्मीद है कि आप आगे भी हमारा प्रोग्राम सुनते रहेंगे और अपना समर्थन देते रहेंगे। दोस्तों, अगला पत्र आया है बिकानेर से भाई पवन सिंह का। पवन सिंह जी लिखते हैं... सीआरआई के सभी सदस्यों को नमस्कार। आपके संडे की मस्ती कार्यक्रम को हर बार सुनता हूं और कई मजेदार बातों का आनंद लेता हूं। आज के इस अंक में भी मजेदार व चटपटी बातें तो कम थी, लेकिन सूचनाप्रद जानकारी बहुत थी। आपके इस अंक में हमने चीन में विक्लांग लोगों की स्थिति के बारे में पता लगा और एक चीनी विक्लांग जो नेत्रहीन है, उसकी कहानी सुनी। उसकी कहानी में प्रेम भाव, वफादारी, सहयोग, एक दूसरे के प्रति समर्पण की भावना में सबकुछ झलक रहा था। यह काफी टचिंग स्टोरी थी, जो हमारे दिल को छु गई। धन्यवाद ऐसी स्टोरी सुनाने के लिए।

    लिली- आपका बहुत-बहुत धन्यवाद पवन सिंह जी। दोस्तों, हमें बहुत खुशी हैं कि आप सभी हमारा प्रोग्राम सुनते हैं और अपनी प्रतिक्रिया हम तक पहुंचाते हैं। हमारा धन्यवाद स्वीकार कीजिए। हम आशा करते हैं कि आप आगे भी हमारे कार्यक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया और कमेंट भेजते रहेंगे।

    लिली- चलिए दोस्तों... अभी हम आपको सुनवाते हैं एक चाइनिज सोंग...। गीत का नाम है 慢灵魂 यानी कि शिथिल आत्मा। गीत के बोल है छोटे कस्बे की सड़कों पर मैं अकेला चल रहा हूं। हल्की हवा में मेरा दिल पतंग की तरह दूर-दूर उड़ रहा है। मेरी शिथिल आत्मा को क्षमा करो। मुझे चिंता है कि मैं तुम्हारी दुनिया में प्रवेश नहीं कर पाउंगा।

    अखिल- वैल्कम बैक दोस्तों, आप सुन रहे हैं संडे के दिन, मस्ती भरा कार्यक्रम संडे की मस्ती Only on China Radio International

    अखिल- दोस्तों, मैं बताने जा रहा हूं कि अंधी मां ने पैदा होने से पहले अपने बच्चे को देख लिया। जी हां, आप हैरान तो जरूर हो गये होंगे। पर यह सच है।

    दोस्तों, ब्राजील की इस महिला की दृष्टि तब चली गई थी जब वह 17 साल की थी। ततियाना गुयेरा अब 30 साल की हैं और गर्भवती हैं। एक तकनीक की मदद से ततियाना ने अपने बच्चे का चेहरा उसके जन्म लेने से पहले ही 'देख' लिया है।

    यह तकनीक है अल्ट्रासाउंड तस्वीर की थ्रीडी प्रिंटिंग। इस तकनीक की मदद से ततियाना अपने बेटे का चेहरा 'देख' पाईं जो कि अभी गर्भ में है। ततियाना ने अपने बेटे का नाम मुरिलो रखा है। हगीज ब्राजील नाम की कंपनी द्वारा बनाई गई एक शॉर्ट फिल्म में यह बताया गया कि, ततियाना गुयेरा दुनिया की ऐसी पहली अंधी मां हैं जिन्होंने थ्रीडी प्रिंटिड अल्ट्रासाउंड इमेजिंग तकनीक से पैदा होने से पहले ही अपनी संतान का चेहरा देख सकीं हैं।

    ततियाना अपने गर्भ में पल रहे मुरिलो की थ्रीडी अल्ट्रासाउंड तस्वीर को स्पर्श करके उसके चेहरे का अंदाजा लगाया। वीडियो में ततियाना बताती हैं कि, मुरिलो के जन्म लेने से पहले उससे मिलकर मुझे बेहद प्रसन्नता हुई। ब्राजील में हगीज कंपनी की निदेशिका प्रिया पटेल ने बताया कि, मां और भ्रूण के बीच इस तरह के भावनात्मक संबंध बच्चे को प्रसन्नता पूर्वक बढऩे में मदद करती है।

    लिली- अरे वाह, क्या बात बताई आपने अखिल जी। उस मां ने थ्रीडी अल्ट्रासाउंड तस्वीर को छूकर अपने बच्चे को महसूस किया। चलिए, मैं बताती हूं चीन में मिंग वंश के शासनकाल का सोने से भरे मकबरे के बारे में।

    दोस्तों, चीन में मिंग शासनकाल के दौरान की 500 साल पुराना मकबरा मिला है जो एक सैन्य रणनीतिकार महिला की है और इस मकबरे में सोने का बड़ा भंडार है।

    नानजिंग शहर के नानजिंग म्यूनिसिपल संग्रहालय और च्यांगनिंग जिला संग्रहालय के पुरातत्वविदों ने इस मकबरे को खोज निकाला जिसमें दो पत्थरों पर उत्कीर्ण लेख लेडी मेई की कहानी बताते हैं कि कैसे वह राजनीतिक और सैन्य रणनीतिकार बनीं।

    लाइव साइंस ने खबर दी है कि 21 वर्षीय मेई बाद में एक ड्यूक की मां बनती है जो दक्षिण पश्चिम चीन में एक प्रांत पर राज करता है। 500 साल से ज्यादा पुराने मकबरे में जो खजाना मिला है उसमें सोने के कंगन, सोने का खुशबू बॉक्स और सोने की बालों की पिन शामिल हैं और सभी पर रत्नों का मिश्रण जड़ा हुआ है जिसमें नीलम, मूंगे और अन्य रत्न शामिल हैं।

    शोधकर्ताओं ने बताया कि लेडी मेई छिन के ड्यूक मू बिन की तीन पत्नियों में एक थी जिसने दक्षिण पूर्व चीन के युन्नान में शासन किया था।

    अखिल- वाकई, यह तो हैरान कर देने वाली बात है। चलिए मैं बताने जा रहा हूं एक मां की कहानी, जिसे सुनने के बाद हर किसी का दिल रो पड़ेगा।

    दोस्तों, चीन के शांगयांग प्रांत में रहने वाली 47 साल की जीक्यू के दोनों बच्चे 21 साल के हैं। दोनों जुड़वा बच्चे ऑटिजम और सेरिब्रल पालसी से पीड़ित है। सालों पहले उनके पति को बच्चों की ऐसी हालत देखकर तनाव हो गया था, जिस वजह से वह उनको अकेला छोड़कर चला गया और साथ ही उससे तलाक भी ले लिया। बावजूद इसके ये मां अपने दोनों बच्चों को दुर्लभ बीमारियों के साथ ही बड़ा कर रही हैं।

    जीक्यू का एक बेटा हैंगक्विन 250 किलो का है। उसे मोटापे और बीमारी की वजह से हर वक्त केयर चाहिए होती है, जबकि दूसरा बेटा युआनयुन काफी अच्छा गाना गाता है। वह बेटे युनजुन को हर रोज तीन घंटे बस में सफर करके पियानो सिखाने ले जाती हैं। वो अब तक कई कॉम्पटीशन भी जीत चुका है। जीक्यू का कहना हैं कि इन दो बच्चों को देकर भगवान ने उनको दुनिया का सबसे किस्मतवाला शख्स बनाया है।

    उनके मुताबिक, उनके दोनों बच्चे बहुत प्यारे हैं और उन्हें संभालने के लिए वो अकेली ही काफी हैं। मां की बच्चों को लेकर ऐसी साधना ने उन्हें दुनियाभर में फेमस कर दिया है।

    लिली- हम्म्म्म.. यह वाकई एक भावूक कहानी है।

    अखिल- जी लिली जी। दोस्तों, मैं अब बताने जा रहा हूं गीता पर हाथ रख शपथ लेने वाले पहले आस्ट्रेलियाई नेता बने डेनियल के बारे में।

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