अखिल- वैल्कम बैक दोस्तों, आप सुन रहे हैं संडे के दिन, मस्ती भरा कार्यक्रम संडे की मस्ती Only on China Radio International
अखिल- दोस्तों, सिचुआन प्रांत के चेंगदू एविएशन ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में लड़कियों को ऐसी ट्रेनिंग दी जाती है, जिससे वे किसी भी विपरीत परिस्थिति में सामना कर सकती हैं। तस्वीरों में देखें मुश्किलों का सामना करतीं, कांच की प्लेट्स तोड़ती और कोहनियों-घुटनों के बल कीचड़ पार करती ये लड़कियां चीन के किसी सैन्य अभ्यास का हिस्सा नहीं हैं। बल्कि इन्हें ये ट्रेनिंग फ्लाइट अटेंडेंट बनने के लिए दी जा रही है। यहां लड़के-लड़कियों को लाइट में ड्रिंक और नाश्ता सर्व करने के साथ वो सब कुछ सिखाया जा रहा है, जो किसी भी इमरजेंसी की स्थिति यात्रियों और खुद की सुरक्षा के लिए जरूरी है।
इन्हें सिर्फ फ्लाइट अटेंडेंट ही नहीं, एक फ्लाइट सेफ्टी अफसर के तौर पर तैयार किया जा रहा है। वहीं, यहां के इंस्ट्रक्टर का कहना है कि स्कूल की शुरुआत से ही यहां मिलिट्री ट्रेनिंग, ताइक्वांडो और कई खास कोर्स चलाए जा रहे हैं। इससे पहले हांगकांग एयरलाइंस के अपने फ्लाइट अटेंडेंट को मार्शल आट्र्स की ट्रेनिंग देने की बात सामने आई थी। 2013 में फ्लाइट स्टाफ और अटेंडेंट पर लगातार हुए हमलों के बाद हांगकांग एयरलाइंस ने ये कदम उठाया था।
लिली- हम्म.. वाकई में बढ़िया ख़बर है यह अखिल जी। फ्लाइट अटेंडेंट को संघर्ष का सामना करने के लिए तैयार किया जाना, यह एक अच्छी सोच है।
अखिल- जी हां बिल्कुल लिली जी। चलिए.. मैं अब एक हैरतंगेज बात बताने जा रहा हूं कि चीन में 19 दिन में बना डाली 57 मंजिला इमारत।
दोस्तों, चीन हमेशा से ही अपने तेज रफ्तार विकास के लिए जाना जाता हैं। इमारतों को भी तेजी से खड़ा करने में चीन नंबर वन पर है। चीन के हुनान प्रांत में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी ने 57 मंजिला मिनी स्काई स्क्रैपर को 19 दिन में पूरा किया है।
कंपनी का दावा है कि इस इमारत को बनाने के बाद उनका नाम दुनिया के फास्टेस्ट बिल्डर में शामिल हो गया है। ये कंपनी दुनिया की सबसे ऊंची स्काईस्क्रेपर, 220 माले की बिल्डिंग को महज 3 महीने में पूरी करके रिकॉर्ड बनाना चाहती है।
चांगशा में बनी इस बिल्डिंग की रोजाना 3 मंजिलों का निर्माण किया गया। इसके लिए 15 हजार से ज्यादा ट्रकों में सामान मंगाया गया। इसे तैयार करने के लिए मॉड्यूलर तकनीक का इस्तेमाल किया गया। यह इमारत इकोफ्रेंडली भी है।
कंपनी के इंजीनियर ने बताया, 'ट्रेडिशनल तरीके से हमें स्काईस्क्रेपर के निर्माण के लिए एक-एक ईंट को जोड़ना पड़ता है लेकिन हमारे तरीके में हमें बस तैयार ब्लॉक को जोड़ना था।' इस तरह के ब्लॉक का इस्तेमाल ऊंची इमारत बनाने के लिए अमरीका और ब्रिटेन में किया जाता है।
पहले इस बिल्डिंग को 220 मंजिला बनाने की तैयारी थी, लेकिन पास में एयरपोर्ट मौजूद होने की वजह से इसकी ऊंचाई कम कर दी गई. इससे कुछ ही समय पहले चांगशा में ही एक 30 मंजिला बिल्डिंग 15 दिनों में बनी थी. हालांकि, ये नए निर्माण इकोफ्रेंडली है, लेकिन कुछ ऑनलाइन यूजर्स ने इतने कम समय में इमारतों के निर्माण को लेकर सुरक्षा से संबंधी चिंता जताई है।
इस बिल्डिंग निर्माण का वीडियो यू-ट्यूब में भी खूब शेयर किया गया। इस बिल्डिंग में 800 अपार्टमेंट किराए के लिए बने हैं और 4000 लोगों के लिए ऑफिस स्पेस भी है। इसकी बिक्री मई महीने से शुरू हो जाएगी। कंस्ट्रक्शन कंपनी का दावा है कि इमारत बिल्कुल सुरक्षित और भूकंप रोधी है।
लिली- जी है.. वाकई में लाजवाब ख़बर है यह अखिल जी। चलिए.. मैं अब बताती हूं कि चीन में नए पक्षी सिचुआन बुश वार्बलर को खोजा गया है।
दोस्तों, शोधकर्ताओं के एक अंतर्राष्ट्रीय दल ने चीन में विशिष्ट आवाज वाली एक नए पक्षी की खोज की है। 'सिचुआन बुश वार्बलर'नामक इस नए पक्षी का इतने सालों तक घास और वनस्पतियों की वजह से पता नहीं चल पाया। मिशिगन स्टेट युनिवर्सिटी की प्रोफेसर और अनुसंधानकर्ता पामेला रासमुसेन ने कहा कि घनी झाडिय़ों और चाय के बागानों में रहने की वजह से 'सिचुआन बुश वार्बलर' इतने समय तक लोगों की नजरों में नहीं आ सका। पामेला ने कहा कि हालांकि, यह पक्षी पकड़ में नहीं आने वाला है, लेकिन यह मध्य चीन में आम तौर पर देखा जाता है और इसके अस्तित्व पर किसी तरह का खतरा भी नहीं है।
इस नए पक्षी का करीबी संबंधी रसेट बुश वार्बलर पक्षी है। इन दोनों वार्बलर को समान पहाड़ों पर देखा जा सकता है, जहां ये एक साथ रहते हैं। सिचुआन बुश वार्बलर कम ऊंचाई पर रहना पसंद करते हैं। एक ही पहाड़ पर रहने के साथ ये दोनों आनुवांशिक रूप से भी करीबी हैं। इस खोज को 'एवियन रिसर्च' पत्रिका में प्रकाशित किया गया है।
अखिल- अच्छी ख़बर है यह लिली जी। लिली जी, कभी आपने केक पर लिख कर इस्तीफा देने की बात सुनी है।
लिली- केक पर?