लिली- हमें अपना प्यार देने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद रविशंकर बसु जी। आपने हमारा कार्यक्रम बहुत ध्यान से सुना और विस्तृत प्रतिक्रिया हम तक पहुंचाई। दोस्तों, राजस्थान के बिकानेर से भाई पवन सिंह जी ने एक पत्र भेजा है जिसमें लिखा है... सीआरआई के सभी सदस्यों को नमस्कार। आपके संडे की मस्ती कार्यक्रम को हर बार सुनता हूं और कई मजेदार बातों का आनंद लेता हूं। आज के इस अंक में भी मजेदार व चटपटी बातों का जायजा लिया। चीन में एक व्यक्ति के कैंसर होने का पता लगने के बाद उसने आग में अपने को जला कर इलाज करने की ठानी, यह पागलपन कहा जाए या अंधविश्वास, मालूम नहीं। इसके अलावा यह भी पता लगा कि चाइना में बच्चों का नाम बड़ा सोच-समझ कर रखना होता है, इससे पहले मुझे कभी नहीं पता था। मुझे आज के कार्यक्रम में सबसे बढ़िया चीज़ वो लगी जिसमें आपने लगान की मैनेजमैंट्स के बारे में 10 बातें बतलायी। सुनकर मजा आ गया। इसके अलावा अखिल जी की प्रेरक कहानी और चटपटे जोक्स लाजवाब थे।
अखिल- अपना प्यार देने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद भाई पवन सिंह जी। हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह प्रोग्राम आगे भी पसंद आता रहेगा। पत्र भेजने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। दोस्तों, हमें अगला पत्र मिला है भाई विजय शर्मा जी का। शर्मा जी ने लिखा है... संडे के दिन संडे की मस्ती कार्यक्रम सुनने का एक अलग ही मजा है। आपके कार्यक्रम में मनोरंजन की वो सभी बातें होती है जो होनी चाहिए। इस बार के अंक में अजब-गजब बातों में चीन के व्यक्ति के बारें में जानकर बड़ा अजीब लगा, जिसमें आपने बताया कि अपने कैंसर का इलाज करने के लिए आग में लेटना पड़ा, सच्ची यह जानकर ताज्जुब हुआ। भगवान करें वह जल्द स्वस्थ हो जाए। अमेरिका में बाप-बेटी की जिभ इतने बड़ी है कि वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज हो गया, सच्ची में सुनकर हैरत हुआ। अखिल जी, आपकी 10 बातें जो लगान फिल्म की थी, जो हमें मैनेजमैंट्स के गुर सिखा रहे थे, सच में लाजवाब लगे। धन्यवाद शानदार कार्यक्रम पेश करने के लिए।
लिली- आपका बहुत-बहुत धन्यवाद विजय शर्मा जी। हमें बहुत खुशी हैं कि आप हमारा प्रोग्राम सुनते हैं और अपनी प्रतिक्रिया हम तक पहुंचाते हैं। हमारा धन्यवाद स्वीकार कीजिए। हम आशा करते हैं कि आप आगे भी हमारे कार्यक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया और कमेंट भेजते रहेंगे।
चलिए दोस्तों... अभी हम आपको सुनवाते हैं एक चाइनिज सोंग...। गीत का नाम है 听妈妈的话, मां की बात सुनें। गीत के बोल है मां ने हमारे लिये बहुत किये हैं, जिसे हम कभी कभी समझ नहीं पाते। लेकिन बड़ा होने के बाद हम यह जानेंगे कि मां का समर्पण अतुल्य है।