अध्यापक चांग वेई शिक्षा देते हुए
कक्षा में अध्यापक चांग वेई विद्यार्थियों के साथ संवाद करते हुए
कक्षा में लगन से पढ़ाई करते हुए विद्यार्थी
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा स्थित च्यांगसू प्रायोगिक हाई स्कूल में जीव विज्ञान कक्षा में अध्यापक विद्यार्थियों को ट्रांसजेनिक दूध के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
इस अध्यपक का नाम चांग वेई हैं, जो देश के भीतरी क्षेत्र से तिब्बत की सहायता के लिए ल्हासा आए। पिछले साल अगस्त में ल्हासा में च्यांगसू प्रायोगिक हाई स्कूल का परिचालन औपचारिक तौर पर शुरु हुआ। पूर्वी चीन के च्यांगसू प्रांत ने 50 से अधिक श्रेष्ठ अध्यापक-अध्यापिकाओं को यहां पढ़ाने के लिए भेजा। अध्यापक चांग वेई उनमें से एक हैं। उन्होंने कहा कि तिब्बत में शिक्षा का बुनियाद भीतरी इलाके की तुलना में थोड़ा कमज़ोर है। वे भीतरी इलाके में प्रचलित प्रगतिशील शैक्षिक विचार को यहां लाना चाहते हैं। स्कूल में वे विद्यार्थियों को वास्तविक स्थिति के अनुसार शिक्षा देते हैं। अध्यपक चांग वेई ने कहा:
"यहां आने के बाद हमने पुनः शिक्षा योजना और प्रस्ताव बनाए। क्योंकि भीतरी इलाके में प्रचलित कुछ शैक्षिक उपाय तिब्बती विद्यार्थियों के अनुकूल नहीं थे। हर दिन की कक्षा के प्रस्ताव बनाने के लिए मैं पहले से अधिक समय का प्रयोग करता हूँ। यहां मैं ज्यादा तौर पर विद्यार्थियों को अधिक बुनियादी ज्ञान देता हूँ, फिर वैज्ञानिक खोज के बारे में।"