मध्य चीन के हूपेई प्रांत के एक कानून कार्यालय में कार्यरत वकील फ़ानथी एक साल पहले ही तिब्बत की सहायता के लिए लोका प्रिफेक्चर में आए हैं।
वर्ष 2013 के अगस्त माह में फ़ानथी चीनी कानून मंत्रालय और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के अधीन युवा लीग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित "एक प्लस एक" कानूनी सहायता कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लोका प्रिफेक्चर की च्याछा कांउटी आये और कांउटी में कानूनी सहायता देने लगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य चीन की दूरदराज कांउटियों में जहां वकील नहीं हैं या बहुत कम हैं, वहां आम लोगों को कानूनी सहायता दी जाए। इस कार्यक्रम में भागीदारी की चर्चा करते हुए वकील फ़ानथी ने कहा:
"मैं पिछले 18 वर्षों से वकील हूँ। वकालत करते हुए मेरे मन में कानूनी प्रशासन का सपना मौजूद है। मुझे आशा है कि देश भर के विभिन्न क्षेत्रों में कानूनी प्रशासन की अवधारणा व्यापक होगी। मैं अपने कानूनी ज्ञान और कामकाज के माध्यम से समाज और आम नागरिकों की सेवा करने के लिये सदैव तत्पर हूँ। तिब्बत की पवित्रता और रहस्य से आकृष्ट होकर मैं कानूनी सहायता देने के लिए यहां आया हूँ।"
अगस्त वर्ष 2013 में फ़ानथी तिब्बत आए। शुरुआत में पठारीय स्थिति के परेशान होकर वो बीमार भी हुए और च्याछा कांउटी के अस्पताल में एक सप्ताह तक रहे। तबियत ठीक होने के तुरंत बाद वह कांउटी कानूनी विभाग गये और शीघ्र ही स्थानीय तिब्बतियों के लिए कानूनी सहायता वाले कार्य करने लगे। फ़ानथी के आने से पहले लोका प्रिफेक्चर में मात्र एक औपचारिक व्यावसायिक वकील थे। संबंधित कानूनी सेवा संसाधान अपर्याप्त थे। इसके साथ ही स्थानीय नागरिकों के पास कानूनी विचार और कानूनी प्रबंधन वाली विचारधारा भी कम होती थी। इस तरह फ़ानथी के सामने काम करने की भारी चुनौतियों मौजूद हैं। एक वर्ष से जारी प्रयास के चलते अब फ़ानथी स्थानीय लोगों में मशहूर हो चुके हैं।