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संडे की मस्ती 2014-12-21
2014-12-28 19:02:14 cri

अखिल- आपका एक बार फिर स्वागत है हमारे इस मजेदार कार्यक्रम संडे की मस्ती में... मैं हूं आपका दोस्त एन होस्ट अखिल।

चलिए दोस्तों, मैं अब आपको बताने जा रहा हूं एक से बढ़कर एक 10 रोचक तथ्यों के बारे में....

1. तितलियाँ किसी वस्तु का स्वाद अपने पैरों से चखती है.

2. 1386 ईसवी में फ्रांस में लोगो द्वारा एक सुअर को एक बच्चे के क़त्ल के दोष में फाँसी पर लटका दिया गया था.

3. मानव गर्भनिरोधक गोलियां गोरिल्ला पर भी काम करती है.

4. एक गिलहरी की उम्र 9 साल तक होती है.

5. क्या आप जानते है छिपकली का दिल 1 मिनट में 1000 बार धड़कता है.

6. अगर एक बिच्छू पर थोड़ी सी मात्रा में भी शराब या रस डाल दिया जाए तो यह पागल हो जाएगा और खुद को डंक मार लेगा.

7. एक औसत मनुषय के लिए अपनी ही कुहनी चाट पाना असंभव है.

8. जो लोग इस को पढ़ रहे है उन में से 75 % से ज्यादा लोग अपनी कुहनी चाटने की कोशिश करेगे.

9. अगर आप जोर से छीके तो आप अपनी पसली तुडवा सकते हैं.

10. अगर आप छीकते वक्त अपनी आँखे जोर से खुली रखने की कोशिश करे तो आप की eyeball (डेला) तिडक सकता है.

मीनू- दोस्तों, ये थी एक से बढ़कर एक 10 रोचक बातें और तथ्य.. उम्मीद है कि आपको जरूर पसंद आये होंगे। चलिए... अब आप सुनिए अखिल जी की एक प्रेरक कहानी....

अखिल- दोस्तों, यह हम सभी जानते हैं कि गांधी जी का सम्पूर्ण जीवन प्रेरणा का स्रोत है। आज के इस प्रेरक किस्से से भी हमें उनके " सादा जीवन उच्च विचार" के दर्शन का पता चलेगा।

दोस्तों, यह बात इलाहाबाद की है, उन दिनों वहां कांग्रेस का अधिवेषन चल रहा था। सुबह का समय था, गांधी जी, नेहरू जी और अन्य स्वयं सेवकों के साथ बातें करते-करते हाथ-मुंह धो रहे थे। गांधी जी ने कुल्ला करने के लिए जितना पानी लिया था वो खत्म हो गया और उन्हें दोबारा पानी लेना पड़ा। इस बात से गांधी जी थोड़ा खिन्न हो गए।

गांधी जी के चेहरे के भाव बदलते देख नेहरू जी ने पुछा, " क्या हुआ, आप कुछ परेशान दिख रहे हैं?" बाकी स्वयंसेवक भी गांधी जी की तरफ देखने लगे ।

गांधी जी बोले, " मैंने जितना पानी लिया था वो खत्म हो गया और मुझे दोबारा पानी लेना पड़ रहा है, ये पानी की बर्बादी ही तो है !!!"

नेहरू जी मुस्कुराये और बोले -" बापू, आप इलाहाबाद में हैं, यहाँ त्रिवेणी संगम है, यहाँ गंगा-यमुना बहती हैं, कोई मरुस्थल थोड़े ही है कि पानी की कमी हो, आप थोड़ा पानी अधिक भी प्रयोग कर लेंगे तो क्या फर्क पड़ता है? "

गाँधीजी ने तब कहा- " किसकी हैं गंगा-यमुना? ये सिर्फ मेरे लिए ही तो नहीं बहतीं, उनके जल पर तो सभी का समान अधिकार है? हर किसी को ये बात अच्छी तरह से समझनी चाहिए कि प्राकृतिक संसाधनो का दुरूपयोग करना ठीक नहीं है, कोई चीज कितनी ही प्रचुरता में मौजूद हो पर हमें उसे आवश्यकतानुसार ही खर्च करना चाहिए ।

और दूसरा, यदि हम किसी चीज की अधिक उपलब्धता के नाते उसका दुरूपयोग करते हैं तो हमारी आदत बिगड़ जाती है, और हम बाकी मामलों में भी वैसा ही व्यवहार करने लगते हैं ।"

नेहरू जी और बाकी लोग भी गांधी जी की बात समझ चुके थे ।

दोस्तों, यह किस्सा जानकर हमें पता लगता है कि गांधी जी की सोच कितनी प्रबल थी, इसे आज और भी अच्छी तरह से समझा जा सकता है। आज मनुष्य प्रकृति से हुए खिलवाड़ का खामियाजा भुगत रहा है, ऐसे में हमारी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है कि हम प्राकृतिक संसाधनो का सही उपयोग करें और एक बेहतर विश्व के निर्माण में अपना योगदान दें।

मीनू- सही बात है अखिल जी, हमें इस बात पर जरूर ध्यान देना चाहिए कि किसी भी चीज की बर्बादी करना गलत है, चाहे वह कम मात्रा में हो या ज्यादा में। सभी चीजों का सदुपयोग होना चाहिए।

अखिल- बिल्कुल सही मीनू जी। दोस्तों, 16 दिसम्बर को एक दुखद घटना घटी। पेशावर के आर्मी स्कूल पर हुए तालिबानी हमले में 140 से अधिक मासूम बच्चे मारे गये। इस घटना से पूरा पाकिस्तान गहरे शौक में डूबा है। तालिबान ने स्कूल में बेकसूर, मासूम और कोमल बच्चों और अध्यापकों के खून की होली खेली।

आज हम कुछ पंक्तियों के साथ उन सभी मासूम और बेकसूर बच्चों को श्रृद्धांजली देते हैं जो आतंकियों के वहशीपन के शिकार हो गये....

किसी माँ ने सुबह बच्चे का डब्बा तैयार किया होगा !

किसी बाप ने अपने लाल को खुलते स्कूल छोड़ दिया होगा !!

किसे पता था वह अब लौटेगा नहीं कभी !

किसे पता था गोलियों से भून जायेंगे अरमान सभी !!

मेमनों की तरह बच्चे मिमियाए जरूर होंगे !

खौफ से डर कर आँखों में आंसू आये जरूर होंगे !!

तुतलाये शब्दों से रहम की भीख भी तुझसे मांगी होगी !

अपने बचाव को हर सीमाये उसने दौड़ कर लांघी होगी !!

मासूमो के आक्रन्द से भी न पिघले हिम्म्त की तेरे देनी दाद है !

हे आतंकी... यह कैसा तेरा… मजहब के नाम जिहाद है !!

दोस्तों, इसके आगे और कुछ पंक्तियां जोड़ना चाहूंगा....

"Hey Maa kaash mai aj school na jaata,

Shayad tumhe phir se dekh pata

Teri awaz sunney ko kaan taras rahe hai,

Dekho na maa baarudo k gole baras rahe hai

Saare baache apni apni maa ko pukar rahe hai,

Maa ye log hume kyu maar rahe hai

Tiffin me di tumari roti bhi nai khaai hai,

Maa aaj golio ne meri bhuk mitaai hai

Papa se kehna ab mujhe school lene na aaye,

Dekh nahi paunga unhe mera janaza uthaaye

Mere jaane se apna hausla mat khona,

Maa mujhse bichhad kar tum mat rona

Mere khilone,meri kitabe, mera basta,

Janta hu teri aankhe dekhti rahegi roz mera rasta

bhaiyya se kehna uska sathi rooth gaya hai,

bachpan ka humara sath chhott gaya hai

Ammi se kehna mere liye aansu na bahaye,

Roz meri tasveer ko chota sa phhol chadaye

Teri yaado me, khwabo me, zikr me, reh jaunga,

Maa mai ab kabhi wapas nahi aaunga…

Maa mai ab kabhi wapas nahi aaunga…

अखिल- दोस्तों, हमारा उन बच्चों के लिए श्रद्धांजलि है जो गये थे पढ़ने के लिए पर अनपढ़ों के हाथों शहीद हो गये !!!!

चलिए, मैं आपको एक किस्सा बताता हूं। एक बार कुछ आतंकियों ने सड़क पर एक कार को रोका और उसके अंदर मौजूद पति-पत्नी से पूछा- "बताओ तुम मुस्लिम हो या गैर-मुस्लिम?

वे दंपति हिन्दू थे। उन आतंकियों ने उनसे फिर पूछा- "जल्दी बताओ, तुम मुस्लिम हो या गैर-मुस्लिम?" पति ने जवाब दिया- "हम मुस्लिम हैं।"

आतंकियों ने उनसे कहा- "तो फिर कुरान में से कुछ सुनाओ।" पति ने कुछ हड़बड़ाते हुए उन्हें गीता में से कुछ लाइने सुना दीं। इसके बाद आतंकियों ने उन्हें जाने दिया। उनके गढ़ से कुछ आगे निकलकर पत्नी ने पति से कहा- "यह जानते हुए भी कि वह लाइने कुरान की नहीं थीं, तुमने खतरा मोल लेकर ऐसा क्यूँ किया?" पति ने बहुत ही बेहतरीन जवाब दिया- "अगर इन लोगों ने वाकई में कुरान पढा होता तो यह बेगुनाहों को कभी नहीं मारते।"

मीनू- दोस्तों, वाकई में आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता है। उन्हें बस लोगों की जान लेनी आता है। चलिए, माहौल को थोड़ा खुशनामा बनाने के लिए अखिल जी आपके सामने ला रहे हैं मजेदार और चटपटे चुटकुले...

अखिल- लड़का अपनी मां से कहता: माँ, आज मेरा दोस्त घर आ रहा है। आप घर के सारे खिलोने छिपा दो।

माँ पूछती हैं: क्यो? तेरा दोस्त चोर है क्या?

लड़का कहता है: नहीं, वो अपने खिलोने पहचान लेगा!

एक टीचर क्लास में पढ़ा रही होती है। वह बच्चों से पूछती है : बताओ, सच ओर वहम में क्या फ़र्क़ है?

एक स्टूडेंट बोलता : आप जो हमें पढ़ा रही हैं वो सच है, लेकिन हम सब पढ़ रहे हैं ये आपका वहम है

एक बार संता खून के बारे में एक किताब पढ़ रहा था. उसे देख उसकी पत्नी ने पूछा कि आज यह किताब क्यूं पढ़ रहे हो?

संता बोला, "आज डॉक्टर ने कहा है कि कल तुम्हारा ब्लड टेस्ट होगा इसलिए"

पंडित जी एक महिला से पूछते हैं : तो बताइए, आप अपने पति के भविष्य के बारे में क्या जानना चाहती हैं?

महिला कहती है : पंडित जी, आप मुझे मेरे पति के बीते कल के बारे में बता दीजिए। उसके हिसाब से उनका भविष्य तो मैं तय करूंगी।

अखिल- तो दोस्तों, अब हमारा जाने का वक्त हो चला है... अगले हफ्ते हम फिर लौटेंगे इसी समय, इसी दिन अपनी मस्ती की पाठशाला लेकर। हम हमेशा यही कामना करते हैं कि आप सभी हर दिन हंसते रहें, मुस्कराते रहें, और ढेर सारी खुशियां बांटते रहें। क्योंकि आप तो जानते ही हैं कि Laughing is the best medicine यानि हंसना सबसे बढ़िया दवा है। तो Always be happy.... हमेशा खुश रहो.....और सुनते रहो हर रविवार, सण्डे की मस्ती। आप हमें लेटर लिखकर या ई-मेल के जरिए अपनी प्रतिक्रिया, चुटकुले, हंसी-मजाक, मजेदार शायरी, अजीबोगरीब किस्से या बातें भेज सकते हैं। हमारा पता है hindi@cri.com.cn। हम अपने कार्यक्रम में आपके लैटर्स और ईमेल्स को जरूर शामिल करेंगे। अभी के लिए मुझे और लिली जी को दीजिए इजाजत। गुड बॉय, नमस्ते।


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