उद्घाटन समारोह में अभिनय
चीनी संस्कृति मंत्रालय, राष्ट्रीय पर्यटन ब्यूरो और तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की जन सरकार के संयुक्त तत्वावधान में"धरती पर पवित्र स्थल और स्वर्ग में तिब्बत"विषय वाला पहला चीनी तिब्बती पर्यटन संस्कृति से जुड़ा अंतरराष्ट्रीय मेला सितंबर के अंत में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा में आयोजित हुआ। मेले में तिब्बती संस्कृति की प्रदर्शनी, पर्यटन वस्तुओं की प्रदर्शनी, मंच और आर्थिक औऱ व्यापारिक कार्यक्रम आयोजित किये गए, जिनसे तिब्बत में पर्यटन, संस्कृति और विशेष उत्पादन की प्रसिद्धी और बढ़ गई।
मेले के उद्घाटन समारोह में चीनी संस्कृति मंत्री छाई वू, राष्ट्रीय पर्यटन ब्यूरो के प्रधान तू च्यांग, नेपाल के उप-राष्ट्रपति परमानंद झा समेत नेता और अतिथि उपस्थित हुए। चीनी संस्कृति मंत्री छाई वू, जो मौजूदा मेले के संयोजक समिति के प्रधान हैं। उन्होंने कहा कि तिब्बत की विशाल भूमि में विशेष और सुन्दर प्राकृतिक दृश्य के साथ पर्यटन और सांस्कृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। उनका कहना है:
"इस पवित्र भूमि पर शानदार और सुन्दर प्राकृतिक दृश्य, मनोहर जातीय परंपराएं और खुली सांस्कृतिक विशेषता मौजूद होने के साथ साथ, सीधे-सादे तिब्बती लोग भी रहते हैं, जिन्होंने अपनी बुद्धि और परीश्रम से रंगबिरंगी संस्कृति की रचना की है।"
संस्कृति मंत्री छाई वू ने कहा कि तिब्बती पर्यटन संस्कृति मेले के आयोजन से तिब्बत में सांस्कृतिक व्यवसाय और पर्यटन उद्योग के विकास को बढ़ावा मिलेगा। तिब्बत में वैश्विक आधुनिक पर्यटन गंतव्य स्थल और चीनी राष्ट्र की विशेष संस्कृति के संरक्षण क्षेत्र के निर्माण में लाभदायक होगा।
मौजूदा मेले के उद्घाटन समारोह में प्रदर्शित सांस्कृतिक और कलात्मक अभिनय में तिब्बत की विशेष सुन्दरता दिखाई गई है। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के नृत्य गान मंडली द्वारा प्रस्तुत गीत-नृत्य नाटक"राजकुमारी वन छङ"बहुत आकर्षक था। दो घंटे तक चले इस नाटक में कहानी सुनाए जाने के साथ-साथ दर्शकों को तिब्बत के प्राकृतिक सौंदर्य और विशेष संस्कृति का अनुभव भी प्राप्त हुआ।