लिली- आगे सादिक जी ने लिखा है....जीवन में शिष्य बनकर अनुभव की प्राप्ति के प्रति प्रयासों पर आधारित कहानी प्रेरणादायी लगी। ये सच है हम पूरी उम्र भी सीखने की कोशिश करें तो भी सम्पूर्ण नहीं हो सकते। उम्र के साथ इसकी प्राप्ति होती रहती है! दस अहम बातो का बताया जाना दांतो तले उँगली दबाने पर विवश हो गये। चटपटे जाेक की बात करें तो पाकिस्तानी टीवी शो मे एक व्यक्ति द्वारा महिला बनकर अंग्रेज़ी की खिचड़ी बनाकर बोलना हमको हँसने पर मजबूर कर गया और नींद से जगाकर पत्नी द्वारा पति को नींद की गोली देने वाला जोक भी लाजवाब रहा सुंदर प्रस्तुति हेतु बधाई!
अखिल- हमें अपना प्यार देने और हमारे कार्यक्रम की सरहाने करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद सादिक भाई। दोस्तों, हमें अगला पत्र मिला हैं केसिंगा, ओडिशा से हमारे सभी के चहेते और सीआरआई मोनिटर सुरेश अग्रवाल जी का। भाई सुरेश जी लिखते हैं... साप्ताहिक "सण्डे की मस्ती" के अन्तर्गत यह जान कर अच्छा लगा कि पाकिस्तान में इस्लामाबाद से लाहौर जाने वाली पीआईए की उड़ान को विलम्बित कराने वाले वहां के दो सांसदों को यात्रियों ने बैरंग लौटा दिया। अपनी सेल्फ़ी खींचने के चक्कर में पापुआ न्यू गिनी में एक युवक द्वारा खौलते लावा में कूदना दुस्साहसिक नहीं, बेवकूफ़ी भरा कदम कहा जायेगा। रियाद में महज़ एक आईफोन के एवज में अपनी बहन की शादी कराने वाली बात कुछ गले से नहीं उतरी। नींद में चलने का किस्सा और साठ फुट ऊंची चट्टान से गिरने की बात सिहरन पैदा कर गई। हाँ,महन्त और उसके तीन शिष्यों वाली कहानी काफी प्रेरक लगी। दस महत्वपूर्ण बातें भी हमने पहले कभी नहीं सुनी थीं और चुटकुलों में पाकिस्तान में महिला बने पुरुष की अंग्रेज़ी सुनने के बाद और किसी जोक को सुनने की भला गुंजाइश ही कहाँ बचती है। धन्यवाद।
लिली- बहुत-बहुत धन्यवाद सुरेश अग्रवाल जी, आपने हमारा कार्यक्रम सरहाया और हमें अपनी प्रतिक्रिया भेजी। दोस्तों, अगला पत्र मिला है झारखंड से एस.बी. शर्मा का। शर्मा जी लिखते हैं.... रविवार को सन्डे की मस्ती कार्यक्रम सुना। मीनू और अखिल जी ने बहुत सुंदर प्रस्तुति दी। यह जानकर हर्ष हुआ की पाकिस्तान की जनता अब जागरूक हो रही है। पाकिस्तान के पूर्व मंत्री रहमान मलिक और बासवानी को आखिर कार विमान में देरी से पहुंचने के लिए आम जनता की विरोध झेलना पड़ा और विमान से नीचे उतरना पड़ा। लोग नाम के लिए क्या क्या नहीं करते है। एक पत्रकार अपने सेल्फ़ी लेने के लिए खतरा मोल लेते हुए जलते हुए ज्वाला मुखी में चला गया पर ख़ुशी की बात यह है की उसने सेल्फ़ी ले लिया। आपने एक व्यक्ति के तीन गुरुओं के विषय में बताया जो शिक्षा प्रद लगा। किसी भी व्यक्ति को सिखने के लिए बहुत कुछ है। कभी भी किसी से सीखा जा सकता है। आपने दस लाजबाब बातो को बताया वास्तव में मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं थी जानकारी भरे मनोरंजक प्रस्तुति के लिए धन्यवाद।
अखिल- आपका बहुत-बहुत धन्यवाद एस.बी. शर्मा जी। आपने हमें लेटर लिखा, हमें बहुत खुशी हुई। चलिए दोस्तों, मस्ती की पाठशाला शुरू करने से पहले सुनते हैं यह एक मजेदार सोंग.. उसके बाद हम खोलेंगे अजब-गजब बातों का पिटारा।