चीनी राज्य परिषद के प्रेस कार्यालय की उप प्रधान छुए यूइंग भाषण देते हुए
वर्ष 2014 चीनी तिब्बत विकास मंच 12 से 13 अगस्त तक तिब्बत की राजधानी ल्हासा में आयोजित हुआ। मंच के दौरान करीब सौ देशी-विदेशी विद्वानों, विशेषज्ञों और राजनयिकों ने तिब्बत के विकास के दौरान मौका और विकल्प जैसे मुद्दों पर विचार विमर्श किया और《ल्हासा सहमति》जारी की।
मंच में उपस्थित अधिकांश विदेशी प्रतिनिधि पहली बार तिब्बत की यात्रा पर आए। तिब्बत में नीले आसमान, सफेद बादल और सुन्दर प्राकृतिक दृश्यों ने उनपर गहरी छाप छोड़ी।
लेकिन कमज़ोर और संवेदनशील पारिस्थितिकी का तिब्बत में कैसे विकास हो, वहां के लोगों का जीवन स्तर उन्नत करने के साथ-साथ वहां की सुंदरता कैसे बनी रहे?कैसे अनवरत विकास का रास्ता तिब्बत के अनुकूल होगा?ऐसे सवाल मंच में मौजूद लोगों की जुबान पर रहे। आयरलैंड की संसद के विदेशी व्यापार संयुक्त समिति के अध्यक्ष पट ब्रीन ने कहा कि आयरलैंड में विकास अनुभव के मुताबिक आधुनिक कृषि और पर्यटन उद्योग का विकास करना अच्छा विकल्प है। उनका कहना है:
"मेरा विचार है कि तिब्बत को आयरलैंड के अनुभव से सीखकर कृषि और पर्यटन उद्योग का और विकास करना चाहिए। मसलन् कृषि उत्पादों का खुद की सप्लाई पूरा होने के आधार पर आसपास के नेपाल और भारत जैसे देशों में निर्यात किया जा सकता है। इसके साथ ही तिब्बत में सांस्कृतिक और प्राकृतिक संसाधन भरपूर हैं, जिससे दुनिया भर के पर्यटक आकर्षित होते हैं। अब समुद्री बीच में आराम करने की बजाय यूरोप, अमेरिका और आस्ट्रेलिया के पर्यटक प्राचीन सांस्कृतिक व सुन्दर प्राकृतिक दृश्य वाले स्थलों का दौरा ज्यादा पसंद करते हैं। इससे यातायात का महत्व दिखता है, साथ ही तिब्बत में रेलवे, राजमार्ग और विमानन निर्माण पर जोर दिया जाना चाहिए।"