ईरी जिले के शीर्ष नेता ल्यू फ़ङ की बातों से लगता है कि पर्यटन व्यवसाय का विकास आसान बात नहीं है। वर्तमान में तिब्बत के छांगतु प्रिफैक्चर की सहायता करने वाले भीतरी इलाके के छोंगछिंग शहर के संबंधित विभागों ने ईरी घाटी के पर्यटन विकास से जुड़ी परियोजनाएं बनाईं। इसके साथ ही लेईवूछी कांउटी सरकार ने एक करोड़ युआन की राशि दी। लेकिन इन पैसों से मात्र पर्यटन क्षेत्र में गेट और कुछ अहम स्थलों का निर्माण किया जा सकता है। घाटी के बाहर तक जोड़ने वाले उच्च स्तरीय राजमार्ग के निर्माण के लिए यह राशि पर्याप्त नहीं है। इसके अलावा बिजली की सप्लाई में भी भारी मुश्किलें मौजूद हैं। ल्यू फ़ङ के मुताबिक उक्त सवाल स्थानीय सरकार की कार्य सूची में शामिल हो चुकी है। उनका कहना है:
"ऊर्जा यानी बिजली का सवाल सबसे बड़ा है। अब कांउटी ने इसके समाधान के लिए हमें मदद दी। आगामी अक्तूबर में बिजली की सप्लाई साकार होगी।"
ईरी घाटी में जल्द ही शुरु होने वाले पर्यटन क्षेत्र के निर्माण को लेकर तिब्बती बुजुर्ग ल्वोत्वो आशावान है। उसने कहा:
"हमें यहां पर्यटन क्षेत्र के निर्माण की अपेक्षा है। मुझे लगता है कि यहां के सुन्दर प्राकृतिक दृश्य अवश्य ही पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेंगे। तभी हमारी आय में भी इजाफा होगा।"
तिब्बती बुजुर्ग ल्वोत्वो की उम्मीद पूरी होने में कुछ वर्ष लगेंगे। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के छांगतु प्रिफैक्चर के नेता अबू के मुताबिक अब छांगतु क्षेत्र में पर्यटन व्यवसाय के विकास पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा:
"छांगतु क्षेत्र में आर्थिक विकास के दौरान पर्यटन व्यवसाय के विकास को प्राथमिकता दी जाती है। यह हमारे छांगतु की वास्तविक स्थिति के अनुकूल है। वर्तमान में हमारे छांगतु प्रिफैक्चर में राष्ट्र स्तरीय सांस्कृतिक विरासतों की सूची में 5 इकाइयां हैं। गैर भौतिक सांस्कृतिक विरासतों की सूची में 8 और संबंधित गैर भौतिक सांस्कृतिक विरासतों के उत्ताधिकारियों की संख्या 9 है। हमने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पारिस्थितिक संसाधनों का अच्छी तरह विकास किया और एक आम कार्यक्रम व लक्ष्य बनाए हैं।"