अखिल- चलिए...मैं आपको बताता हूं कि 66 साल बाद मिली गुम हुई किताब।
दोस्तों, कहते हैं कि अगर किसी चीज को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे चाहने वाले से मिलाने में जुट जाती है। यह बात तब सच साबित होती हुई दिखी, जब ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न की निवासी 80 वर्षीय महिला को उसके पिता से मिला उपहार खोने के 66 साल बाद वापस मिल गया। हुआ यूं कि जब वह 11 साल की थीं तब उसके पिता ने उपहार में एक किताब दी थी, साथ ही उस पर बेटी के नाम एक प्यार भरा संदेश भी लिखा। लेकिन घर बदल जाने के चलते किताब बीच में कहीं खो गई। वर्षो बाद महिला ने एक दिन इस किताब के बारे में रेडियो में सुना और अपनी बेटी से किताब की प्रति तलाशने को कहा। बेटी ने भी मां का किताब के प्रति लगाव देखते हुए, पूरे जोर-शोर से तलाश शुरू कर दी। आखिरकार किताब एक दुकान पर मिल गई। लेकिन इसमें सबसे हैरत की बात यह थी कि यह वही किताब थी जो खो गई थी। 66 साल बाद पिता का आशीर्वाद वापस पाकर उसकी खुशी का ठिकाना नहीं था।
लिली- अरे वाह.. यह तो बहुत मजेदार की बात बताई आपने अखिल जी।
अखिल- शुक्रिया लिली जी। दोस्तों, क्या आपको मालूम हैं कि चीनी पैरेंट्स में बच्चों से छुटकारा पाने की होड़ मची हुई हैं....नहीं मालूम ना...? चलिए मैं आपको बताता हूं।
चीन के एक शहर में लोगों में बच्चों से छुटकारा पाने की होड़ लगी हुई है। डेढ़ महीने में ही गुआंगजोऊ शहर के लोग 262 बच्चों को छोड़ चुके हैं। ऐसा लोगों ने एक सरकारी योजना के तहत किया, जिसे आखिरकार सरकार ने बंद कर दिया है। चीन के दक्षिणी शहर गुआंगजोऊ में जनवरी में एक कार्यक्रम शुरू किया गया था, जिसके तहत माता-पिता बिना अपनी पहचान बताए अनचाहे बच्चों को छोड़ सकते हैं। जनवरी के आखिर में शहर में बच्चों के लिए एक सुरक्षित स्थान बनाया गया था, जहां कमरे, बिस्तर और अन्य सुविधाओं के साथ-साथ देखरेख का स्टाफ भी रखा गया था। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक कुछ ही हफ्तों में यहां 262 बच्चे छोड़े गए जो क्षमता से कहीं ज्यादा थे। अधिकारियों ने कहा है कि इस स्थान को अस्थायी तौर पर बंद किया गया है।
चलिए... अभी हम सुनते हैं एक गाना.. उसके बाद बताएंगे कि फेसबुक यूज़र क्यों हो जाए सावधान।
अखिल- वैलकम बैक दोस्तों, आप सुन रहे हैं संडे की मस्ती... मैं हूं आपका दोस्त एन होस्ट अखिल।
दोस्तों, यदि आप फेसबुक यूज़ करते हैं तो सावधान हो जाइए। अब कंपनी ने आधिकारिक तौर पर आपकी 'जासूसी' करने का ऐलान कर दिया है। फेसबुक ने कहा है कि वह फेसबुक और फेसबुक से अलग भी आपकी ऑनलाइन गतिविधियों की जानकारी रखेगी। गूगल की तरह फेसबुक भी अब टारगेटेड ऐड देने के लिए आपकी ऑनलाइन गतिविधियों की पूरी जानकारी रखेगी।
फेसबुक पहले से ही आपके लाइक्स और पोस्ट के आधार पर आपको ऐड दिखाती है। अब फेसबुक उन हर साइट्स पर आपकी गतिविधियों का रेकॉर्ड रखेगी, जहां पर लाइक बटन, फेसबुक Log in या कोई फेसबुक कोड इस्तेमाल होता है। चाहे आपने फेसबुक के जरिए Log in न किया हो या वेबसाइट के लाइक बटन पर क्लिक न किया हो, फिर भी फेसबुक यह देखेगी कि आप ऑनलाइन क्या कर रहे हैं।
तो दोस्तों, अब आप ध्यान रखना कि कि फेसबुक आपके ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखती है।
लिली- अखिल जी...क्या फेसबुक, या गूगल को हमारी 'जासूसी' करने से रोका जा सकता हैं, यदि हां तो किस तरह से।
अखिल- हां... लिली जी बिल्कुल रोका जा सकता है। दोस्तों, आप कुछ आसान कदम उठाकर फेसबुक और गूगल जैसी कंपनियों को यह देखने से रोक सकते हैं कि आप इंटरनेट पर क्या कर रहे हैं। हालांकि आप उनकी साइट पर जो करेंगे, उसे तो वे जानेंगी ही। लेकिन वे पूरे इंटरनेट पर आपकी गतिविधियों को नहीं देख सकेंगी।
1. आप सबसे पहले यह वेबसाइट खोलिए - http://www.aboutads.info/choices/
2. उसके बाद यहां पर आपको उन कंपनियों की लिस्ट दिखेगी, जो ऐड दिखाने के लिए आपकी गतिविधियों को देखती हैं।
3. आप इनमें से कुछ को या सबको सिलेक्ट करिए और सब्मिट कर दीजिए। उसके बाद आपकी ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखी जानी बंद हो जाएगी।
लिली- अखिल.. यह हमारे श्रोता दोस्तों के लिए वाकई महत्वपूर्ण जानकारी है।
अखिल- जी लिली जी...। हमारे कार्यक्रम का मकसद ही यही है कि हमारे श्रोता दोस्तों का मनोरंजन के साथ साथ महत्वपूर्ण और सूचनाप्रद बातें भी बतायी जाए।
चलिए.., मैं आपको एक किस्सा सुनाता हूं। एक बार U.P. की सड़कों पर एक 20 -22 साल का लड़का रात को 12 बजे अकेला चला जा रहा था। तभी उसे रास्ते पर एक आदमी मिला जो फुटपाथ पर सिर्फ एक चड्डी पहन कर बैठा था...... लड़के को उस आदमी पर दया आ गयी और उसने अपनी जेब से 50 रुपये निकाल कर उस आदमी को दे दिये। आदमी ने पहले पैसे को देखा, चुपके से खड़ा हुआ और एक ज़ोरदार थप्पड़ और दो चार गाली उस लड़के को लगा दिया..... लड़का हक्का बक्का रह गया। तब उस आदमी ने कहा " वो सामने वाला फ्लैट देख रहे हो, वो मेरा ही है। लाइट नही है इसलिये बिना कपड़ों के सड़क पर बैठा हूँ" ! (हंसी की आवाज)
लिली- हां हां हां... बहुत ही फन्नी किस्सा था।
अखिल-.. क्या बताऊ.... लिली जी... इन दिनों भारत के कई इलाकों में पावर कट का आलम बहुत बुरा है। हमारे श्रोता दोस्त भी जरूर इस समस्या से जुझ रहे होंगे... मैं चाहता हूं कि उन्हें इस समस्या पर हंसना का मौक मिल जाए।
खैर.. दोस्तों, हमारी लाइफ में बहुत ऐसी प्रोबल्मस आती है, ऐसी समस्या आती है कि हम समझ नहीं पाते कि हमारे साथ ही यह क्यों हो रहा है। अब मैं आपको एक ऐसा ओडियो सुनवाने जा रहा हूं जिससे आपकी लाइफ में और आपकी नजरिये में चेंज आ जाए।
तो दोस्तों, इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि जो होता है अच्छे के लिए होता है और हमारे फायदे के लिए ही होता है।