अखिल- दोस्तों, आपका संड़े की मस्ती कार्यक्रम में एक बार फिर स्वागत है।
लिली जी... आपको पहेलियों का जवाब पता लगा।
लिली- नहीं अखिल जी....। पता नहीं लगा। काफी मुश्किल पहेली थी.
अखिल- हां हां हां... नहीं लिली जी..। मुश्किल नहीं थी।
मैने पहेली पूछी थी...
हाल चाल यदि पूछो उस से,
नहीं करेगा बात,
सीधा सादा लगता है,
पर पेट में रखता दांत।
इसका सही जवाब है- अनार
लिली- ओह...। हां.. सही बात है।
अखिल- दूसरी पहेली थी...।
गोलू हूं, पर गेंद नहीं,
लाल हूं, पर सेब नहीं,
जो भी मुझ को हैं अपनाते,
मेरी गंध सदा फैलाते। इसका सही जवाब है- प्याज..।
अखिल- दोस्तों... जाने से पहले आपको एक कविता सुनाना चाहूंगा।
माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती,
यहाँ आदमी आदमी से जलता है..
दुनिया के बड़े से बड़े साइंटिस्ट ये ढूँढ रहे है की मंगल ग्रह पर जीवन है या नहीं
पर आदमी ये नहीं ढूँढ रहा कि जीवन में मंगल है या नही..
ज़िन्दगी में ना ज़ाने कौनसी बात "आख़री" होगी,
ना ज़ाने कौनसी रात "आख़री" होगी..
मिलते, जुलते, बातें करते रहो यार एक दूसरे से,
ना जाने कौनसी "मुलाक़ात" आख़री होगी..
अगर जींदगी मे कुछ पाना हो तो
तरीके बदलो, ईरादे नही..
ग़ालिब ने खूब कहा है..:
ऐ चाँद तू किस मजहब का है
ईद भी तेरी और करवाचौथ भी तेरा..
अखिल- अच्छा दोस्तों, अब जाने का वक्त हो चला है। हम चाहते है कि आप सभी हर दिन हंसते रहें। मुस्कराते रहें। और ढेर सारी खुशियां बांटते रहें। क्योंकि Laughing is the best medicine यानि हंसना सबसे बढ़िया दवा है। तो Always be happy। हमेशा खुश रहो। और सुनते रहो हर रविवार, सण्डे की मस्ती। आप हमें लेटर लिखकर या ई-मेल के जरिए अपनी प्रतिक्रिया, चुटकुले, हंसी-मजाक, मजेदार शायरी या अपनी आवाज में कोई भी गीत, अजीबोगरीब किस्से या बातें भेज सकते हैं। हमारा पता है hindi@cri.com.cn। हम अपने कार्यक्रम में आपके लैटर्स और ईमेल्स को जरूर शामिल करेंगे। अभी के लिए मुझे और लिली जी को दीजिए इजाजत। । गुड बॉय, नमस्ते।