अखिल- सादिक भाई... आपने यह बहुत ही उम्दा बात कही है। मैं आपकी बात से सौ प्रतिशत सहमत हूं। मैं ही नहीं हमारे अन्य श्रोता दोस्त भी होंगे। आपका यह आत्म चिंतन बहुत ही लाजवाब लगा।
लिली- आगे सादिक जी ने लिखा है.... चाहे खुशी हो या ग़म उसको दिखाने के भाव पर आपका नियंत्रण होना अति आवश्यक है वर्ना जिस प्रकार चीन के एक साहब को अस्पताल का मुंह देखना पड़ा शायद आपको भी इस दौर से गुज़रना पड़े। फ्रांस की अदालत मे कुत्ते की गवाही पर किया गया परिक्षण विफल हो जाने पर दुख हुआ वरना अब तो यह जानवर किसी का शौहर भी बन चुका है। आखिर मे चुटकुलों की बरसात ने तो पूरी तरह महफ़िल में चार चांद लगा दिया और यह श्रेय जाता है हमारे चहेते होस्ट अखिल जी को। सचमुच उनका लतीफों को पढ़ने का अंदाज़ अतुलनीय है। मीनू और लिली जी भी अपनी मोहक आवाज़ से हमारा मन मोह लेती हैं। आगे सादिक भाई ने अपने अंदाज में चार पंक्तियां भेजी है.... आइए सुनते है....
अखिल- "है तेरा अंदाज़ ए बयां, इतना दिलकश
लबो से फूल है झड़ते, ख़ुशबू बिखेरती ख़श
जो तू न हो, तो, महफ़िल की रूसवाई है
इसीलिये सण्डे की मस्ती के, सब शैदाई है"
बहुत-बहुत धन्यवाद सादिक भाई... वाकई आपकी इन पंक्तियों ने हमारे दिलों के तार जोड़ दिये हैं। मैं आपका एक बार फिर शुक्रिया अदा करना चाहूंगा। आशा करता हूं कि आपका हमारा यह रिश्ता यूं ही बना रहे। अंत में सादिक भाई ने एक चुटकुला भेजा है....
एक औरत अपने पति को खाना परोसती है और कहती है- ये खाना मैंने प्यार से अपने हाथों से बनाया है। पति चखते हुए बोलता है- उफ़्फ़ इस्का स्वाद तो गोबर जैसा है।
फिर पत्नी बोलती- हे भगवान..। इस आदमी ने क्या-क्या चखा है।
लिली- हां हां हां हां... मस्त जोक था। अगला पत्र आया है पश्चिम बंगाल से देवाशीष गोप जी का... वे लिखते है... संडे की मस्ती प्रोग्राम में अजब-गजब किस्से, रोचक जानकारी, चटपटे चुटकुले, गाने सभी पसंद है। मैं हर संडे यह प्रोग्राम सुनना कभी नहीं भुलता हूं।
अखिल- बहुत-बहुत धन्यवाद देवाशीष गोप जी..। हम आशा करते है कि आप हर संडे, संडे की मस्ती कार्यक्रम सुनना कभी नहीं भुलेंगे। चलिए... दोस्तों, अब पत्रों को पढ़ने के सिलसिला को देते है विराम, सुनते है अभी एक बढिया गाना। लौटने के बाद शुरू हो जाएंगी मस्ती भरी और चटपटी बातें...।
अखिल- वैल्कम बैक दोस्तो, आप सुन रहे संडे की मस्ती लिली और अखिल के साथ।
दोस्तो, क्या आपको मालूम है कि दुनिया की सबसे तेज़ लिफ्ट कहां लगने वाली है। नहीं मालूम ना..। हम आपको बताते है दुनिया की सबसे तेज़ लिफ्ट मैनलैंड चीन में लगने वाली है। जी हां... तकनीकी कंपनी हिताची ने कहा है कि वह चीन के ग्वांगझू शहर की एक गगनचुंबी इमारत में एक ऐसी लिफ़्ट लगाने जा रही है जो 72 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चल सकेगी।