तिब्बती वन ब्यूरो से मिली खबर के अनुसार इधर के वर्षों में तिब्बत में बंजर वाली भूमि का क्षेत्रफल हर साल 40 हजार हैक्टर की गति से बढ़ रहा है। वर्तमान में तिब्बत पारिस्थितिकी के सुधार के लिये बंजर नियंत्रण व्यवस्था की स्थापना कर रहा है।
तिब्बत की सूखी भूमि का क्षेत्रफल बहुत बड़ा है और वन आवरण सिर्फ 10 प्रतिशत है। प्राकृतिक तत्व बंजर पैदा होने का प्रमुख कारण है। आंकड़ों के अनुसार तिब्बत में वर्तमान में रेतीली भूमि का क्षेत्रफल 2 करोड़ 17 लाख हैक्टर तक पहुंच गया है।
वर्तमान में तिब्बत की बंजर नियंत्रण परियोजना शुरू हुई है, जिस में 5 करोड़ य्वान की पूंजी लगायी गयी है और 40 हजार हैक्टर रेतीली भूमि पर काबू पाया गया है । इस तरह तिब्बत पठार की पारिस्थितिकी का सुधार बढ़ेगा। (रूपा)