2009-06-18 13:27:41

चीनी वाणिज्य मंत्री के ख्याल से वित्तीय संकट का चीन रूस आर्थिक व व्यापारिक सहयोग पर प्रभाव नहीं पड़ेगा

चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ के साथ रूस की यात्रा कर रहे चीनी वाणिज्य मंत्री छन डे मिंग ने 17 तारीख को मास्को में कहा कि चीन रूस  आर्थिक व व्यापारिक सहयोग को गहन करने का रुझान वित्तीय संकट से प्रभावित नहीं होगा।

छन डे मिंग ने कहा कि हाल के कई वर्षों में  रूस के साथ चीन के आर्थिक व व्यापारिक संबंध मुख्य तौर पर सुचारू रूप से चल रहे हैं।और  वित्तीय संकट के कुप्रभाव से दोनों देशों के आर्थिक व व्यापारिक सहयोग को लगातार गहन करने की दिशा नहीं बदलेगी। क्योंकि दोनों देशों के द्विपक्षीय व्यापार की निहित शक्ति बहुत बड़ी है। पिछले दस वर्षों में चीन-रूस के द्विपक्षीय व्यापार में प्रति वर्ष की औसत वृद्धि गति लगभग 30 प्रतिशत तक पहुंच गयी है। पिछले वर्ष द्विपक्षीय व्यापार रकम 56 अरब 80 करोड़ अमरीकी डॉलर तक पहुंच गयी थी। दूसरा कारण यह है कि आपस में पूंजी-निवेश सक्रिय है। चालू वर्ष की पहली तिमाही में रुस में चीन द्वारा किया गया पूंजी-निवेश पिछले वर्ष की सारे पूंजी-निवेश के 40 प्रतिशत से ज्यादा हो गया है। रूसी कंपनियों   द्वारा चीन में किया गया पूंजी-निवेश भी स्पष्ट रूप से बढ़ा है। तीसरा कारण यह है कि बड़े मुद्दों को आगे बढ़ाने के कदम तेज़ हो गए हैं। चीन व रूस ने तेल व प्राकृतिक गैस, नाभिकीय ऊर्जा आदि क्षेत्रों के बड़े मुद्दों के सहयोग में बड़ी प्रगति की है। और अंतिम कारण यह है कि उच्च व नवीन विज्ञान व तकनीक के क्षेत्र में दोनों देशों का सहयोग दिन-ब-दिन गहरा हो रहा है।

छन डे मिंग ने कहा कि वित्तीय संकट की पृष्ठभूमि में दोनों देशों के आर्थिक व व्यापारिक सहयोग को और विकसित करना चीन व रूस में आर्थिक स्थिरता व विकास की बहाली के लिये महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि इस बार रूस की यात्रा के दौरान चीन रूस दोनों देशों के नेताओं ने दोनों पक्षों के आर्थिक व व्यापारिक क्षेत्रों के व्यवहारिक सहयोग को मजबूत करने पर विचार-विमर्श किया, और पूंजी-निवेश, ऊर्जा, उद्यमों के आदान-प्रदान आदि क्षेत्रों में सहयोग और द्विपक्षीय आर्थिक व व्यापारिक सहयोग में वित्तीय समर्थन को मजबूत करने आदि मामलों पर भी विस्तृत सहमति प्राप्त की।(चंद्रिमा)