2009-05-07 16:15:22

गैरसरकारी शक्तियां स्छ्वान प्रांत के भूकम्प ग्रस्त क्षेत्रों के पुनःनिर्माण में जुटीं

दोस्तो , गत 12 मई को चीन के स्छ्वान प्रांत के वनछ्वान क्षेत्र में तगड़ा भूकम्प आने के बाद गैर सरकारी संगठनों व सामाजिक समुदायों ने भूकम्प ग्रस्त क्षेत्रों के पुनःनिर्माण पर जोर पकड़ लिय़ा और स्कूलों , रिहायशी मकानों , अस्पतालों व कल्याणकारी संस्थाओं के पुनर्निर्माण में बड़ी तादाद में साम सामान व धन राशि जुटायी , साथ ही भूकम्प ग्रस्त लोगों को मनोगत राहत देने और अपाहिजों की शारीरिक बहाली करने के लिये अथक प्रयास किये । 

भूकम्प में स्छ्वान प्रांत के त्ह यांग शहर के श्याओ छ्वान मीडिल स्कूल की अध्ययन इमारतें पूरी तरह बरबाद हुईं , समूचे स्कूल के दो हजार से अधिक छात्रों को केवल अस्थायी मकानों में पढ़ना पड़ता था । इस स्कूल के पुनर्निर्माण शुरू होने के बाद थाईवान त्स ची कोष ने स्कूल के निर्माण में जरूरत पड़ने वाली सभी धन राशि चंदे के रुप में दे दी । त्ह यांग शहर के चिन यांग डिस्ट्रिक्ट के शिक्षा ब्यूरो के प्रधान चओ ची लह ने कहा कि नव निर्मित स्कूल तीस कक्षाएं लगाने में सक्षम है । आगामी फरवरी में छात्र रोशनीदार व सुरक्षित नये कलासरूमों में पढ़ पाएंगे । 

इस शिक्षा ब्यूरो के प्रधान चओ ने निर्माणधीन स्थल की ओर इशारा करते हुए कहा कि हम ने जो निर्माणधीन स्थल देखा है , वहां पर श्याओ छ्वान मीडिल स्कूल के नम्बर एक व दो अध्यायन भवन , प्रशासनिक इमारत , अध्ययन प्रयोगशाला , होस्टल व केंटिंग खड़ा किया जायेगा , इस पुनर्निर्माण के लिये जरूरी कुल दो करोड 51 लाख य्वान की पूंजी थाईवान त्स ची कोष ने दे दी है ।

श्याओ छ्वान मीडिल स्कूल जैसे गैर सरकारी संगठनों की सहायता से निर्मित स्कूल , अस्पताल और अन्य सार्वजनिक सरंजाम भूकम्प ग्रस्तों में और बहुत हैं । अखिल चीन परोपकार संघ द्वारा 6 मई को जारी आंकड़ों से पता चला है कि अभी तक इस संघ को धनराशि व सामानों समेत कुल एक अरब दस करोड य्वान का चंदा मिला है , जिस का 80 प्रतिशत भाग भूकम्प ग्रस्त जन समुदाय के मकानों , स्कूलों , अस्पतालों , वृद्ध सेवा सदनों और अनाथशालाओं के पुनर्निर्माण में लगाया गया है ।

अखिल चीन परोपकारी संघ के उप महा सचिव चांग शिन क्वो ने कहा कि वर्तमान में अखिल चीन परोपकारी संघ की सहायता प्राप्त सभी स्कूलों का पुनर्निर्माण शुरू हो गया है और सभी निर्माणधीन कार्य आगामी सितम्बर में पूरा होगा । उन्हों ने कहा कि आइंदे अखिल चीन परोपकारी संघ बराबर भूकम्प ग्रस्त क्षेत्रों के पुनर्निर्माण कार्य पर अपनी नजर रखेगा । 

मसलन स्कूलों व रिहायशी मकानों के पुनःनिर्माण और आधारभूत सरंजामों की बहाली जैसे कार्यों में बड़ी संख्या में धन राशि लगाने की जरूरत है । घायलों व अपाहिजों के इजाल और भूकम्प ग्रस्त लोगों के मनोगत स्वास्थ्य के लिये ज्यादा काम करना भी जरूरी है ।

चीनी गरीबी उन्मूलन कोष के संबंधित अधिकारी वांग च्युन ने परिचय देते हुए कहा कि उन का यह कोष राहत सामग्री और अस्थायी मकान बनवाने की सहायता देने के अतिरिक्त स्थानीय किसानों के उत्पादन की बहाली पर ध्यान देता है । वर्तमान में चीनी गरीबी उन्मूलन कोष ने त्ह यांग शहर के अधीन मिन ल्ह गांव को ग्रामीण सरकारी समिति के नमूने का रूप दिया है , ताकि इस गांव में गांव स्तरीन आर्थिक विकास सहकारी समिति स्थापित कर भूकम्प ग्रस्त किसानों को स्वरोजगार के लिये प्रारम्भिक पूंजी प्रदान की जा सके ।  

भूकम्प के बाद किसान उत्पादन का किस तरह विकास करें और उत्पादन का स्तर भूकम्प से पहले के स्तर तक कैसे शीघ्र ही बहाल किया जाये , इसी संदर्भ में हमारा विचार है कि पैमानीकरण व मानकीकरण उत्पादनों का विकास किया जाये । हम ने हरेक किसान परिवार को दिये जाने वाले पांच हजार य्वान को जमाकर ग्रामीण पुनःनिर्माण व आर्थिक विकास सहकारी समिति कायम की , यह राशि सहकारी समिति की प्रारम्भिक पूंजी होगी ।

भूकम्प ग्रस्त क्षेत्रों के राहत कार्य में चीन के बहुत से गैर सरकारी संगठनों ने सकारात्मक रूप से भाग लिया है , उन्हों ने धन राशि जुटाने से मनोगत सेवा परामर्श करने तक और राहत सामग्री को पहुंचाने से पुनःनिर्माण करने तक के सभी क्षेत्रों में निश्चित हद तक भूकम्प ग्रस्त लोगों की मांगों को पूरा कर लिया है । उन्हों ने विशेषकर भूकम्प ग्रस्त क्षेत्रों में परिजनों से वंचित परिवारों को पारिवारिक प्रेमभाव दिया है , अनाथों व अपाहिजों की सहायता व देखभाल की है और घायलों व रोगियों को विशेष सेवाएं भी उपलब्ध करायी हैं , जिस से चीनी गैस सरकारी संगठनों की सरकारी विभागों से अलग श्रेष्ठता अभिव्यक्त हो गयी है ।