2009-04-22 11:28:29

अन्तरराष्ट्रीय समुदाय का चीन में आयोजित बहुदेशीय नौ सैनिक कार्यवाही पर ध्यान

चीनी जन मुक्ति सेना की नौ सेना की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में बहुदेशीय नौ सैनिक गतिविधि का उद्घाटन समारोह 20 तारीख को पूर्व चीन के बंदरगाह शहर छिंगथाओ में आयोजित हुआ। यह चीन द्वारा प्रथम बार बहुदेशीय नौ सैनिक कार्यवाही का आयोजन किया गया । वर्तमान गतिविधि में रूसी नौ सेना के चीफ कमांडर , अमरीकी नौ सेना के युद्ध विभाग के मंत्री समेत 29 देशों की नौ सेनाओं के प्रतिनिधि मंडलों और 14 देशों के 21 जंगी जहाजों ने छिंगथाओ में बहुदेशीय नौ सैनिक गतिविधि में भाग लिया। मेलमिलाप समुद्र शीर्षक इस बहुदेशीय नौ सैनिक कार्यवाही पर अन्तरराष्ट्रीय समुदाय का व्यापक ध्यान केन्द्रित हुआ।
   अमरीका ने फित्जगेराल्ड नामक अएजीस श्रेणी के मिसाइल विध्वंसक जहाज को चीनी नौ सेना द्वारा आयोजित बहुदेशीय नौ सैनिक गतिविधि में भाग लेने भेजा, इस के अलावा अमरीकी नौ सेना के युद्ध विभाग के मंत्री गारी रोगहीड ने खुद प्रतिनिधि मंडल लेकर चीन की यात्रा की, जो इस साल चीन की सैनिक यात्रा करने आया सब से ऊंचा स्तरीय प्रतिनिधि मंडल है। अमरीकी मीडिया ने इन दिनों रिपोर्ट देते हुए कहा कि चीन और अमरीका के जहाजों के हाल में दक्षिण चीन सागर में आमने सामने आने की घटना के कुछ समय बाद श्री रोगहीड की मौजूदा यात्रा का दोनों देशों के लिए बड़ा प्रतीकात्मक महत्व है, इससे जाहिर है कि चीनी और अमरीकी सेनाओं के बीच भविष्य में मुठभेड़ से बचने के लिए एक अहम कदम बढ़ाया गया है। श्री रोगहीड ने सकारात्मक शब्द से वर्तमान चीनी अमरीकी नौ सैनिक संबंध का मूल्यांकन किया और दोनों सेनाओं के बीच सहयोग बढ़ाने तथा मतभेद कम करने पर बल दिया। उन्हों ने चीन द्वारा सोमालिया समुद्र में समुद्री लुटेरों पर प्रहार किए जाने की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस ने चीन अमरीका की नौ सेनाओं के बीच सहयोग बढाया है। डे वाल्ल स्ट्रीट जोर्नल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अमरीका आशा करता है कि वह चीन के साथ नौ सेनाओं के बीच सुरक्षा व आदान प्रदान बढ़ाने के बारे में सहाल विमर्श करेगा। अमरीकी नौ सेना के एशियाई मामला के जिम्मेदार अधिकारी ने कहा कि चीनी नौ सेना उस के देश के आर्थिक विकास की भांति तेजी से विकसित हो रही है और उस की शक्ति लगातार बढ़ रही है,वह अन्तरराष्ट्रीय मामलों में और अहम भूमिका अदा कर सकेगी।
   फ्रांस ने भी चीनी नौ सेना की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ पर आयोजित बहुदेशीय सैनिक कार्यवाही में युद्ध पोत भेजा। फ्रांसीसी समाचार एजेंसी ने 21 तारीख को रिपोर्ट देते हुए कहा कि चीन मौजूदा कार्यवाही में प्रथम बार अपना नाभिकीय ऊर्जा वाला पनडुब्बी दिखाएगा, लेकिन चीन ने बलपूर्वक कहा कि इस का उद्देश्य बल का प्रदर्शन नहीं है । रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने इस पर बल दिया है कि सैनिक शक्ति का निर्माण विश्व के विभिन्न देशों की निगरानी में होगा, उस का लक्ष्य शांति होगा, जो अन्य देशों के लिए कोई खतरा नहीं बनेगा।
   रूस ने अपने जंगी जहाज को मौजूदा बहुदेशीय सैनिक कार्यवाही में भेजा। रूसी मीडिया ने समय रहते रूसी जंगी जहाज के छिंगथाओ पहुंचने की रिपोर्ट दी और रूसी ध्वज पोत वार्याग नामक मिसाइल क्रूज जहाज की कार्यवाहियों के बारे में विस्तृत रिपोर्टें दीं। इस के अलावा रूसी मीडिया और विशेषज्ञों ने माना है कि चीन के लिए एक आधुनिक नौ सेना विकसित करने में कुछ समय की आवश्यकता है।
   पाक मीडिया ने रिपोर्ट देते हुए कहा कि पाक पक्ष ने मौजूदा कार्यवाही पर बड़ा महत्व दिया । पाक ने बादर नामक मिसाइल विध्वंसक पोत और नासर नामक आपूर्ति जहाज भेजे । पाक नौ सेनाध्यक्ष जनरल बाशिर ने 20 तारीख को विशेष रूप से चीन में आकर नौ सेना के परेड समारोह में भाग लिया । पाक ने चीनी नौ सेना की शक्ति की तारीफ करते हुए इस साल के मार्च में पाकिस्तान में आयोजित पीस -09 बहुदेशीय समुद्री संयुक्त युद्धाभ्यास में चीनी नौ सेना के उल्लखेनीय प्रदर्शन का उच्च मूल्यांकन किया।
   भारतीय मीडिया ने मौजूदा सैनिक कार्यवाही में भारतीय नौ सेना की भागीदारी पर बड़ा ध्यान दिया। भारतीय मीडिया ने भारतीय नौ सेनाध्यक्ष सुरेश मेहता की चीन यात्रा के महत्व पर जोर दिया। मीडीया ने मेहता के हवाले से कहा कि इस कार्यवाही ने विदेशी नौ सेना को एक बमुश्किल मौका दिया है कि वह नजदीक से चीनी नौ सेना को देखे समझे। भारतीय मीडिया ने कहा कि भारतीय नौ सेना दोनों पक्षों के सहयोग बढ़ाने की हमेशा प्रतीक्षा में है।
   जापान ने जंगी जहाज नहीं भेजा, पर मीडिया ने इस सैनिक कार्यवाही पर बड़ा ध्यान दिया और वस्तुगत रिपोर्टें दीं। उन्हों ने कहा कि चीन ने विश्व को अपनी नौ सेना की शक्ति दिखाने के साथ साथ विभिन्न देशों में फौजी आदान प्रदान में हुई प्रगति भी दिखायी है।