2009-03-03 17:03:05

विभिन्न श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं

आप के कार्यक्रमों तथा आप की पत्रिका श्रोता वाटिका में चीन भारत मैत्री ज्ञान प्रतियोगिता के अंतर्गत चीन जैसे रोचक व आकर्षक जीवन शैली से भरपूर अनोखे मनमोहक दर्शनीय स्थलों के बारे में श्रोता शाहिद आजमी की चीन यात्रा को पढ़ कर और सुन कर मन गदगद हो गया । जिस तरह से आजमी ने अपने विचारों तथा मनोभावों को हम श्रोताओं को बताया था , उसे सुन कर मैं भी उत्साह से भरा गया । आप के इस कार्यक्रम सुन कर मैं ने भी निश्चय किया कि आजमी की तरह आप के कार्यक्रम नियमित रूप से सुनते हुए आप की सभी प्रतियोगिता में बढ़ चढ़ कर भाग लिया करता हूं ।

परस राम श्रीवास जी , सी .आर .आई के हिन्दी कार्यक्रम सुनने तथा श्रोता वाटिका पढ़ने के बाद आप ने आगे नियमित रूप से हिन्दी कार्यक्रम सुनने और सी .आर .आई ज्ञान प्रतियोगिता में सक्रिय रूप से भाग लेने का निश्चय किया है , वह हमारे विचार में एक बहुत सही निश्चय है , वैसे ही आप हमारे पुराने और सक्रिय श्रोता तो हैं , फिर भी हमें उम्मीद है कि आप अपने निश्चय पर टडे रहते हुए बड़े उत्साह से सी .आर.आई की गतिविधियों में हिस्सा ले कर और सक्रिय बने रहेंगे ।

बिलासपुर छत्तीसगढ़ के चुन्नीलाल कैवर्त ने हमें लिखे पत्र में कहा कि वर्ष 2006 चीन भारत मैत्री वर्ष है , मुझे बहुत खुशी है कि अपना मनपसंद रेडियो स्टेशन सी .आर .आई चीन भारत मैत्री वर्ष के शुभ अवसर पर अपने कार्यक्रमों के माध्यम से दोनों देशों के बीच आयोजित सांस्कृतिक एवं आर्थिक आदान प्रदान की प्रत्येक गतिविधि की जानकारी हम भारतीय श्रोताओं तक बहुत ही आकर्षक एवं जिम्मेदारी के साथ पहुंचा रहा है , जो कि हम श्रोताओं के लिए बड़ी खुशी और गर्व की बात है , ये सभी जानकारी हमारे लिए अत्यन्त ही शिक्षाप्रद और उपयोगी होती है । दोनों देशों के बीच दोस्ताना संबंध दिन प्रतिदिन प्रगाढ़ तथा मजबूत होता जा रहा है । इस दिशा में सी .आर .आई का महत्वपूर्ण योगदान है , जिस के लिए हम सी .आर .आई को कोटि कोटि धन्यावाद देते हैं । इस वर्ष माह जुलाई से छिंगहाई तिब्बत रेल सेवा के शुभारंभ होने से तिब्बत का चहुमुखी विकास तो होगा ही , भारत को भी इस से व्यापार एवं पर्यटन में बड़ा लाभ एवं सुविधा मिलेगी , इस के लिए चीनी एवं तिब्बती भाई बहनों को विशेष रूप से बधाई देना चाहता हूं ।

चुन्नीलाल कैवर्त को इस पत्र के लिए धन्यावाद देने के बाद मैं आज के कार्यक्रम के शेष समय में हमें पत्र भेजे श्रोताओं की नाम सूची प्रस्तुत करूंगी , जो वे हैः

आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के अनिसुर रहमान , करनाल हरियाणा के राज गुप्ता ,मऊ उत्तर प्रदेश के सलमान अहमद अंसारी , दुर्ग छत्तीसगढ़ के अममाथ भ्रू , रोहतास बिहार के लक्ष्मण प्रसाद केशरी , आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के फय्याज अंसारी ,बहराइच उत्तर प्रदेश के शब्बन खान गुल , गोरखपुर उत्तर प्रदेश के शकुन्तला अनजान , रोहतास बिहार के रूबी केशरी , रोहतास बिहार के खुसबु केशरी , जगतसिंहपुर उड़ीसा के सत्या ब्रतपती ,कोआथ बिहार के प्रमोढ़ कुमार केशरी , आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के इमतेयाज अमहद मनगीर , भाजमगढ़ उत्तर प्रदेश के नेजामुद्दिन एस .एस , भागतपुर बिहार के नाजनी हसेन, नया भोजपुर बिहार के कमर सुल्तान कुरैशी , बारबंकी उत्तर प्रदेश के तनवीर अहमद अंसारी ,रोहतास बिहार के सीता राम केशरी , रोहतास बिहार के सुनील प्रसाद केशरी , रांची झाड़खंड के सुनीता हेभरोम ,सिव सागर अस्साम के अनुराग दास , बुलंदशहर उत्तर प्रदेश के दीप्ती वैश्या , बरनाल पंजाब के परमजीत कोर ,बेगसराय बिहार के तोसिल काइव , अलवर राजस्तान के प्रकाश चंद्र वर्मा , सुरत गुजरात के सी .वी . पांद्या , कोलिर्म गोवा के जय प्रकाश गुप्ता , बालाघाट मध्य प्रदेश के प्रदीप मिश्रा , नारनौल हरियाणा के उमेष कुमार शर्मा , जमशेदपुर झाड़खंड के कंचन चटर्जी , दरभंगा बिहार के प्रहल्लाद कुमार ठाकुर , आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के मर्ताउर्रहमान अंसारी , भागतपुर बिहार के खालिद अंसारी , आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के फतेम सोगरा , फतेहपुर राजस्तान के प्रमोद माहेश्वरी , आमजगढ़ उत्तर प्रदेश के मोहम्मद शाहिद आजमी , औरेया उत्तर प्रदेश के काल्क प्रसाद कीर्ति प्रिय , आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के लीना प्रवीन , नागोर राजस्तान के रामनिवास बुगालिया , मऊनाथ भंजन उत्तर प्रदेश के न्याज अहमद अंसारी , बैतडी नेपाल के प्रकाश पैंतोला , बेलगाम कर्नाटक के आनंद बाबु लोकर , उज्जैन मध्य प्रदेश के कुमार राधा रानी खकेलवल , मऊ उत्तर प्रदेश के जकीत तनवीर हैदरी , खारीयार रोड उड़ीसा के हेमसागर नाएक , शिवहर बिहार के एम .एफ . आजम, मऊ उत्तर प्रदेश के निजाम अंसारी , इसरी बाजार बिहार के सुनील कुमार जैन , आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के जोवाद हुसेन मऊ उत्तर प्रदेश के सलमान अहमद अंसारी , कानपुर उत्तर प्रदेश के मोहम्मद शकील कुरैशी , जालौन उत्तर प्रदेश के मलखान सिंह कुशवाह तथा नैनीताल उत्तरांचल के शंकर सिंह बसेड़ा ।