2008-08-11 14:25:46

चीनी महिला शुटिंग खिलाड़ी क्वो वुनच्वन

10 तारीख को पेइचिंग ओलंपिक के निशानेबाजी स्टेडियम में चीनी महिला खिलाड़ी सुश्री क्वो वुनच्वन ने महिला दस मीटर एयर पिस्तोल इवेंट में 492.3 अंक से सभी तड़गी विदेशी खिलाड़ियों को हरा कर स्वर्ण पदक जीता । उन की यह विजय बड़ी मुश्किल से प्राप्त हुई है ।

याद रहे, जब 2000 सिडनी ओलंपिक में चीनी महिला खिलाड़ी थाओ लु ना ने इस इवेंट का स्वर्ण पदक जीता था , उस समय 16 साल की क्वो वुनच्वन को कोई नहीं जानता था । लेकिन आठ साल के बाद वह

निशानेबाजी की ओलंपिक चैम्पियन बन गयी है ।

पेइचिंग निशानेबाजी स्टेडियम में 24 वर्षीया सुश्री क्वो वुनच्वन ने पुरस्कार मंच पर खड़ी हुए मीठी मीठी मुस्कान दी। उन्हों ने पत्रकारों से कहा कि इस पहले उन्हों ने स्वर्ण पदक पाने की कभी सोच भी नहीं की , उन का एक ही कोशिश थी कि प्रतियोगिता में अपने वास्तविक स्तर को पूरी तरह प्रदर्शित करेंगी । अपनी सफलता पर उन्हों ने कहाः

अब मुझे बड़ी खुशी हुई है । प्रतियोगिता के पहले, कोच के साथ बातचीत में मैं ने केवल यह कहा था कि मैं अवश्य अपना सामान्य स्तर उजागर करने की पूरी कोशिश करूंगी । मैं ने ऐसा ही किया, अतः मैं कामयाब हुई हूं ।

चैम्पियन बनने की प्रक्रिया में क्वो वुनच्वन की भी एक असाधारण कहानी है । इस खुश मिजाज वाली लड़की निशानेबाजी जीवन के शुरूआती काल में बहुत ही साधारण दिखी थी । उन्हें प्रतियोगिताओं में कई विफलता का भी सामना करना पड़ा । 2003 में पांचवें राष्ट्रीय खेल समारोह में उन्हें कोई पदक नहीं मिला । 2004 में उन्हें किसी राष्ट्रीय स्तरीय मैच में भाग लेने का मौका भी नहीं मिला । 2005 में वे श्येनसी प्रांत की टीम में शामिल हुई , किन्तु 10 वें राष्ट्रीय खेल समारोह में भाग लेने से छूट गयी । एक समय में उन्हों ने निशानेबाजी टीम से हटना भी चाहा और एक साल अपनी ट्रेनिंग भी रूक गयी । लेकिन कोच और परिवारजनों के प्रोत्साहन से वे साहस के साथ दोबारा ट्रेनिंग मैदान में उतरी । उन्हों ने याद करते हुए कहाः

मेरी ट्रेनिंग का रास्ता समतल नहीं है , मुझे कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा । मैं ने टीम से हटना भी चाहा , लेकिन अपने कोच और परिवार को बहुत बहुत धन्यावाद है कि उन की मदद से मैं इस काम पर डटे रही और आज की प्रतियोगिता में अपनी शक्ति दिखायी ।

पुनः ट्रेनिंग में आने के बाद सुश्री क्वो वुनच्वन ने कड़ी मेहनत के बल पर दोहा एशियाड में एयर पिस्तोल का रजत पदक जीता । फिर एशियाई चैम्पियनशिप और विश्व कप फाइनल में दो बार स्वर्ण पदक जीते । इस साल के मार्च में ओलंपिक चयन प्रतियोगिता में उन्हों ने दस मीटर एयर पिस्तौल में 394.0 अंक प्राप्त कर विश्व रिकार्ड तोड़ा ।

अब कोई भी उस से आगे नहीं निकल सकता है । अन्तरराष्ट्रीय निशानेबाजी संघ के अध्यक्ष राना ने प्रतियोगिता देखने के बाद यह कह कर सुश्री क्वो वुनच्वन की भूरि भूरि प्रशंसा की । खेल जीवन में टेढ़ मेढ रास्ते से गुजर कर सुश्री क्वो वुनच्वन ने अब विश्व के चोटी के निशानेबाज पंक्ति में अपना स्थान बनाया है । उम्मीद है कि यह चीनी लड़की भावी खेल जीवन में और शानदार कामयाबी हासिल करेंगी ।