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इक दिल दो हैं तलबदार
मेरा प्यार भी तू है
मेरे संग गा
इतना है तुम से प्यार
न तुम हमें जानो न हम तुम्हें जानें मगर लगता है
तुम बिन जीवन कैसे बीता पूछो मेरे दिल से हाए
तेरी बिंदिया रे
रतिया कारी कारी रतिया रात हमारी तो चांद की सहेली है
तुम्हीं तो मेरी पूजा हो तुम्हें दिल में बसाया है
दुनिया में हम आएं हैं तो जीना ही पड़ेगा
लो आ गई उन की याद
दिल की कहानी रंग लाई है
ज़रा हौले-हौले चलो मेरे साजना
होठों पे हंसी
ए मुहब्बत मेरी
मेरे घर आई एक नहीं परी
जीना यहां मरना यहां इस के सिवा जाना कहां
जाने ना नजर पहचाने जिगर यह कौन जो दिल पर छाया
किसी की मुस्कराहटों पे हो निसार
हम आज कहीं दिल खो बैठे
दिल की नजर से नजरों के दिल से
डम-डम डिगा-डिगा मौसम भीगा-भीगा
मन मोह मन में हो तुम्हीं
कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है
इक सूरत प्यारी
हैं सब से मधुर वो गीत
तेरी चमकती आंखों में
अल्ला तेरो नाम
चली कौन से देश गुजरिया तू सज धज के
गया अंधेरा हुआ उजारा, चमका-चमका सुबह का तारा
गम की अंधेरी रात में
जलते हैं जिस के लिए
नज़र उठा कि यह मौसम रहे न रहे
छुपने वाले सामने आ
मेरा बदली में छिप गया चांद रे
घड़ी-घड़ी मेरा दिल धड़के, क्यूं धड़के
अभी न जाओ छोड़ कर कि दिल अभी भरा नहीं
गाता रहे मेरा दिल, तू ही मेरी मंजिल
मेरे बचपन के साथी मुझे भूल न जाना
दुख भरे दिन बीते रे भैय्या
मेरे महबूब तुझे मेरी मोहब्बत की कसम
मोहे भूल गए सांवरिया
सावन के बादलों
अंखिया मिला के जिया भरमा के चले नहीं जाना ओहो चले नहीं जाना
इंसाफ की डगर पे बच्चो दिखाओ चल के
जब रात है ऐसी मतवाली फिर सुबह का आलम क्या होगा
ओ दुनिया के रखवाले सुन दर्द भरे मेरे नाले
ख्वाब हो तुम या कोई हकीकत कौन हो तुम यह बतलाओ
आ के दर्द जवां है सजना बाहों में ले ले मुझे
ओ दय्या दय्या रे चढ़ गयो पापी बिछुआ
कल के सपने आज भी आना
सावन की घटा
मनमोहन मन में हो तुम्हीं मोरे अंग अंग
अभी न जाओ छोड़ कर कि दिल अभी भरा नहीं
आओ हुजूर तुम को सितारों में ले चलूं
मेरे साजन हैं उस पार
हुजुरे वाला जो होगी इज़ाजत तो हम यह सारे जहां से कह दें
तौबा यह मतवाली चाल
यह रात भीगी-भीगी यह मस्त
बहारों फूल बरसाओ
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