चीनी उप प्रधानमंत्री ल्यू यानतोंग ब्रिक्स शिक्षा मंत्रियों के साथ
5वां ब्रिक्स शिक्षा मंत्री सम्मेलन 5 जुलाई को पेइचिंग में आयोजित हुआ। मौजूदा सम्मेलन की थीम"ब्रिक्स शिक्षा सहयोग:श्रेष्ठता और निष्पक्ष को बढ़ाए"है। सम्मेलन में《पेइचिंग शिक्षा घोषणा पत्र》समेत कुछ दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर किए गए और भविष्य में ब्रिक्स शिक्षा के सहयोग से जुड़े सिलसिलेवार आम सहमतियां प्राप्त हुईं।
जानकारी के अनुसार《पेइचिंग शिक्षा घोषणा पत्र》में संपन्न सहमतियों में"ब्रिक्स नेटवर्क विश्वविद्यालय"के सदस्यों में शिक्षा, वैज्ञानिक अनुसंधान, और सृजन के क्षेत्र में सहयोग का लगातार समर्थन करना, ब्रिक्स देशों के विश्विद्यालयों के ब्रिक्स विश्वविद्यालय संघ में भागीदारी का प्रोत्साहन करना, बहुभाषी शिक्षा के माध्यम से सांस्कृतिक सहयोग को मज़बूत करना, विभिन्न देशों के बीच ऐतिहासिक सांस्कृतिक आपसी समझ को बढ़ाना आदि शामिल हैं।
चीनी शिक्षा मंत्री छन पाओशंग ने कहा कि《पेइचिंग शिक्षा घोषणा-पत्र》भविष्य में ब्रिक्स देशों के बीच शैक्षिक सहयोग का प्रोग्रामेटिक दस्तावेज़ बनेगा। उन्होंने कहा:
"इस सम्मेलन में कई फल प्राप्त हुए, जिन्हें घोषणा-पत्र में दिखाया जा सकता है। इससे जाहिर है कि हमारे पाँच देशों के बीच शिक्षा सहयोग पहले के उच्च स्तरीय शिक्षा सहयोग से आधारभूत शिक्षा सहयोग तक बदल गया है। इसके साथ ही एकतरफ़ा सहयोग से बहुमुखी सहयोग तक, शैक्षिक सहयोग से वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी सहयोग, युवाओं के बीच आवाजाही से मानविकी आदान प्रदान तक परिवर्तन हो रहा है। आपस में सहयोग के विषयों में और व्यापक और गहरे हो रहे हैं।"
《पेइचिंग शिक्षा घोषणा-पत्र》में ब्रिक्स देशों के बीच"युवाओं का ग्रीष्मकालीन शिविर या शीतकालीन शिविर"के आयोजन की प्रेरणा की गई है। उद्देश्य है कि ब्रिक्स युवा पीढ़ी के बीच सांस्कृतिक संपर्क और आदान प्रदान मज़बूत किया जाएगा, ब्रिक्स देशों के लिए अधिक छात्रवृत्ति मुहैया करवायी जाएगी, सदस्यों देशों के विद्यार्थी दूसरे ब्रिक्स देशों में सीखने का मौका अधिक दिया जाएगा।