2017 ब्रिक्स देशों के फिल्म दिवस का भारतीय फिल्मों का दिन 26 जून को छंगतू में उद्घाटित हुआ।
भारतीय प्रतिनिधि मंडल के प्रमुख और भारतीय सूचना और प्रसारण विभाग के अधिकारी अशोक परमार ने कहा कि भारत में फिल्म उद्यम काफी विकसित है। हर वर्ष भारत में उत्पादित फिल्मों की कुल संख्या 2000 से अधिक है। भारतीय सूचना और प्रसारण विभाग ने संबंधित योजना जारी की। ब्रिक्स देशों के फिल्मकारों के भारत में फिल्में बनाने और फिल्म समारोहों में भाग लेने का स्वागत किया।
भारतीय फिल्मकार मोहन आगाशे ने कहा कि ब्रिक्स देश एक बड़े परिवार की तरह है। विभिन्न भाषाओं का उपयोग करते हुए वे आम समस्याओं का सामना करते हैं। उन्होंने कहा कि फिल्म इन आम समस्याओं को हल करने का रास्ता है। ब्रिक्स देशों के बीच प्रथम सह-उत्पादित फिल्म "समय कहां गया" ने बड़ी सफलता प्राप्त की। इस बात पर उन्होंने प्रस्ताव किया कि अगली सह-उत्पादित फिल्म भाषाओं के उपयोग के बजाए मूक फिल्म हो सकती है। क्याकि फिल्म या चलचित्र मान्य भाषा ही है।
इस बार के फिल्म दिवस में भारतीय प्रतिनिधि मंडल समुद्री कछुआ, झील की महिला, बाहुबली 1: शुरुआत, बाहुबली 2: निष्कर्ष, आवारा और कारवां समेत 6 फिल्मों का प्रदर्शन करेंगे।
(हैया)