भारतीय युवा प्रतिनिधिमंडल ने 13 जून को मध्य चीन के हूनान प्रांत की राजधानी छांगशा में स्थित हूनान विश्वविद्यालय का दौरा किया और चीनी युवाओं के साथ विचारों का आदान प्रदान किया।
यात्रा के दौरान भारतीय युवाओं को विश्वविद्यालय में युएलू अकादमी का प्रतिनिधित्व वाली हूनान संस्कृति और इतिहास तथा वर्तमान विकास स्थिति से अवगत कराया गया। उन्होंने चीन की विविधतापूर्ण संस्कृति और सभ्यता का अनुभव किया।
युएलू अकादमी का इतिहास एक हज़ार से अधिक वर्ष पुराना है। जहां प्राचीन चीनी शैली की इमारतें, सुन्दर प्राकृतिक दृश्य, इधर-उधर पत्थर स्मारक और सांस्कृतिक अवशेष देखे जाते हैं। यहां भारतीय युवाओं ने प्राचीन काल में चीन की परंपरा, इतिहास और संस्कृति का खूब एहसास किया। उन्होंने कहा कि इतिहास और संस्कृति एक दूसरे की पूरक है, जो उनके लिए एक देश को समझने का महत्वपूर्ण रास्ता है। हूनान की संस्कृति, खुलेपन और सृजनात्मक भावना से उन्हें अविस्मरणीय लगता है।
(श्याओ थांग)