8 जून को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने विश्व समुद्र दिवस के उपलक्ष्य पर भाषण देते हुए विभिन्न पक्षों से समुद्र और महासागर के सामने मौजूद खतरे से निबटने की अपील की ताकि समुद्र और महासागर की सुरक्षा के साथ ही निरंतर विकास के काम को पूरा किया जाए।
गुटेरेस ने कहा कि वर्तमान में समुद्र कई खतरों का सामना कर रहा है, जैसे जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, विनाशकारी स्तर पर मछलियां पकड़ना, समुद्रे के पानी में बढ़ता अम्लीकरण। अध्ययन से पता चला है कि समुद्र पर मानव गतिविधि का प्रभाव तेज़ी से बढ़ रहा है, जिससे समुद्र अपनी सहनशक्ति की सीमा तक जा पहुंचा है।
संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार विश्वभर के 3 अरब से अधिक लोग समुद्र और समुद्र तटीय जीवों पर निर्भर रहते हैं, लेकिन 40 प्रतिशत से अधिक समुद्र मानवीय गतिविधियों से गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है।
चालू साल विश्व समुद्र दिवस का मुख्य विषय हमारा समुद्र, हमारा भविष्य है। (वेइतुङ)