30 मई को चीनी स्टेट कांसुलर यांग च्येईछी ने जापान की राजधानी तोक्यो में जापानी विदेश मंत्री फूमिओ किसदा से मुलाकात की।
मुलाकात में यांग च्येईछी ने बताया कि चीन व जापान को इतिहास से सबक लेकर भविष्य की उन्नमुख भावना के मुताबिक मौके को पकड़कर द्विपक्षीय संबंधों में सक्रिय तत्वों का विस्तार करना चाहिए और कुप्रभावी तत्वों को मिटाना चाहिए। चीन व जापान के चार राजनीतिक दस्तावेजों और चार सिद्धांतों की सहमति के आधार पर दोनों देशों को मिलकर आगे बढ़ना चाहिए।
यांग च्येईछी ने जोर दिया कि चीन-जापान संबंधों में सुधार करने के लिए दोनों पक्षों को संवेदनशील सवालों का अच्छी तरह निपटारा करना चाहिए। जापान को इतिहास समस्या और थाईवान समस्या सहित द्विपक्षीय संबंधों के राजनीतिक आधार से संबंधित अहम सैद्धांतिक सवालों का अच्छी तरह निपटारा करना चाहिए और द्विपक्षीय संबंधों के राजनीतिक आधार की रक्षा करनी चाहिए। आशा है कि दोनों पक्ष चार सिद्धांत के मतैक्य की भावना के मुताबिक वार्तालाप को मजबूत करेंगे, मतभेदों का नियंत्रण करेंगे और एक साथ पूर्वी सागर की शांति व स्थिरता की रक्षा करेंगे।
मुलाकात में फूमिओ किसदा ने कहा कि इस साल चीन व जापान के राजनीतिक संबंध सामान्य होने की 45वीं वर्षगांठ है। अगले वर्ष द्विपक्षीय शांति व मैत्री संघि की स्थापना की 40वीं वर्षगांठ है। जापान चीन के साथ उभय प्रयास करके द्विपक्षीय संबंधों के सक्रिय क्षेत्रों का विस्तार करेगा। जापान चीन के साथ विभिन्न स्तरीय आवाजाही व वार्तालाप करने को घनिष्ट करेगा और द्विपक्षीय राजनीतिक आपसी विश्वास को प्रगाढ़ करके यथार्थ सहयोग को और गहरा करेगा।
इस मौके पर दोनों नेताओं ने कोरिया प्रायद्वीप के नाभिकीय सवाल पर विचार विमर्श किया। यांग च्येईछी ने इस सवाल पर चीन के सैद्धांतिक रुख व विचार प्रकट किया और कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु ऊर्जा समस्या का शांतिपूर्ण समाधान करने को आगे बढ़ाने पर जोर दिया।
(श्याओयांग)