सुरक्षा परिषद ने मीडिया ब्यान में सबसे कड़े शब्दों में इस आतंकी हमले की निंदा की और दोहराया कि किसी भी तरह का आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के मुकाबले सबसे गंभीर खतरा है।
बयान के अनुसार सुरक्षा परिषद ने बल देते हुए कहा कि इस आतंकी हमले के हमलावरों, संयोजकों, पूंजी देने वालों और समर्थकों को कानून के मुताबिक सज़ा दी जाएगी। सुरक्षा परिषद ने सभी देशों से अंतरराष्ट्रीय कानून और सुरक्षा परिषद के संबंधित निर्णय के अनुसार मिस्र समेत संबंधित देशों की सरकार के साथ सक्रिय सहयोग करने का आग्रह किया।
वहीं, गुटेरेस ने उसी दिन अपने प्रवक्ता से बयान जारी कर कहा कि किसी भी कारण इस भयानक आतंकी हमले को अपराध से अलग नहीं किया जा सकता। उन्होंने इस हमले के पीड़ितों और परिजनों, मिस्र सरकार और जनता के प्रति गहरी सहानुभूति और संवेदना व्यक्त की। कामना है कि घायल लोगों की सेहत में जल्द सुधार आ जाएगा। उन्हें आशा है कि हमलावरों को कानून के अनुसार दंड दिया जाएगा।
मिस्र के सुरक्षा विभाग की खबर के अनुसार 26 मई को देश के दक्षिण में स्थित एल मिन्या प्रांत में अज्ञात सशस्त्र व्यक्तियों ने दो बसों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। राष्ट्रीय टीवी की रिपोर्ट के अनुसार कम से कम 26 लोगों की मौत हुई और अन्य 25 घायल हुए।
(श्याओ थांग)