संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने 23 मई को प्रवक्ता से बयान जारी कर इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और ब्रिटेन की जनता और सरकार के प्रति सहानुभूति और समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने आशा जताई कि हमलावरों को शीघ्र ही कानून के अनुसार सज़ा दी जाएगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 23 मई को ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मई को फोन कर इस हमले की निंदा की। व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान के अनुसार ट्रम्प ने बल देते हुए कहा कि अमेरिका के आतंकवाद पर हमला करने का विकल्प कभी नहीं बदलेगा। अमेरिका ब्रिटेन को जांच के लिए आवश्यक सहायता देने को तैयार है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने थेरेसा मई के नाम शोक संदेश भेजकर इस घटना को"अमानवीय अपराध"की संज्ञा दी। उन्हें आशा है कि इसके पीछे वाले लोगों को सज़ा दी जाएगी। पुतिन के अनुसार रूस द्विपक्षीय आधार पर व्यापक अंतरराष्ट्रीय ढांचे के भीतर ब्रिटेन के साथ आतंक विरोधी सहयोग करने को तैयार है।
वहीं जर्मन चांसलर एंजेला मार्केल ने कहा कि जर्मनी ब्रिटेन के साथ मिलकर कार्रवाई करेगा। इस हमले से जर्मनी और ब्रिटेन के बीच इस प्रकार की क्रूर हरकत के समान रूप से मुकाबला करने का संकल्प मज़बूत होगा।
इनके अलावा फ्रांस, भारत, अफ़गानिस्तान, पाकिस्तान, आयरलैंड और तुर्की जैसे देशों के नेताओं ने क्रमशः बयान जारी कर मैनचेस्टर में हुए इस धमाके की निंदा की और समान रूप से आतंकवाद का मुकाबला करने को कहा।
गौरतलब है कि मैनचेस्टर स्टेडियम में 22 मई की रात को बम विस्फोट हुआ, जिसमें 22 लोगों की मौत हुई और 59 लोग घायल हुए। पुलिस ने पुष्टि की कि यह आत्मघाती बम विस्फोट है। हमलावर एक पुरुष है, जिसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। उग्रवादी संगठन आईएस ने अपनी वैबसाइट पर इस हमले की जिम्मेदारी ली है।