बन गुरियन हवाई अड्डे पर आयोजित स्वागत रस्म में रिव्लिन ने भाषण देते हुए कहा कि ट्रम्प की यात्रा इजराइल और अमेरिका के बीच घनिष्ठ संबंध का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि अमेरिका इजराइल का सबसे महान और सबसे महत्वपूर्ण साझेदार ही नहीं, इजराइल और यहूदी जनता के सच्चे दोस्त भी हैं।
वहीं, प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने भाषण देते हुए कहा कि ट्रम्प ने राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद इजराइल को अपनी पहली विदेश यात्रा का देश चुना। उन्होंने आशा जताई कि ट्रम्प की यात्रा इजराइल-फिलिस्तीन क्षेत्र को शांति और सुलह के रास्ते की ओर ले जाने वाला ऐतिहासिक मील का पत्थर बनेगी।
ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने अभी-अभी सऊदी अरब की यात्रा समाप्त की और अरब देशों के नेताओं से मुलाकात की। दोनों पक्षों के बीच आतंक विरोधी क्षेत्र में सहयोग मज़बूत करने के पहलु में ऐतिहासिक आम सहमतियां हासिल हुईं।"हमारे सामने एक दुर्लभ अवसर मौजूद है, जिससे इसी क्षेत्र और यहां की जनता के लिए सुरक्षा, स्थिरता और शांति वापिस ला सकेगा, आतंकवाद का खात्मा कर एक सामंजस्यपूर्ण, समृद्ध और शांतिपूर्ण भविष्य की स्थापना कर सकेगा। हमें सहयोग करके इस लक्ष्य को साकार करना है, इसके बजाए कोई दूसरा रास्ता नहीं है।"ट्रम्प ने यह बात कही।
(श्याओ थांग)