चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 19 मई को पेइचिंग के जन वृहद भवन में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति के विशेष दूत ली है-चान से मुलाकात की।
शी चिनफिंग ने कहा कि चीन और दक्षिण कोरिया पड़ोसी देश हैं। दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना से अब तक के 25 वर्षों में द्विपक्षीय संबंधों में बड़ा विकास हुआ है, जिससे दोनों देशों और दोनों देशों की जनता को बड़ा लाभ मिला है, क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की रक्षा करने के लिए महत्वपूर्ण योगदान किया गया। वर्तमान में द्विपक्षीय संबंध कुंजीमूत चरण में हैं। चीन दक्षिण कोरिया के साथ अपने संबंधों पर बड़ा ध्यान देता है और उसके साथ द्विपक्षीय संबंध की उपलब्धियां की रक्षा करना, एक दूसरे के बीच समझ और सम्मान के आधार पर राजनीतिक विश्वास को मज़बूत करना चाहता है, ताकि द्विपक्षीय संबंध जल्द ही सामान्य रास्ते पर वापस लौटकर सुधार और विकास किया जा सके।
शी चिनफिंग ने ज़ोर देते हुए कहा कि चीन कोरियाई प्रायद्वीप पर गैर नाभिकीयकरण, स्थिरता और शांति की रक्षा, वार्ता और आपसी ताल-मेल से सभी मसलों के हल पर कायम रहता है। यह चीन और दक्षिण कोरिया यहां तक की इस क्षेत्र के समान हितों के अनुकूल है। चीन इस पर दक्षिण कोरिया की नई सरकार के साथ संपर्क को आगे बढ़ाना चाहता है।
ली है-चान ने शी चिनफिंग को राष्ट्रपति मून जे-इन का पत्र दिया और कहा दक्षिण कोरिया और चीन के बीच राजनयीक संबंधों की स्थापना के बाद के 25 वर्षों में द्विपक्षीय संबंधों का तेज़ विकास हो रहा है, विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग में बड़ी प्रगति मिली है। द्विपक्षीय संबंधों के विकास का व्यापक भविष्य है। दक्षिण कोरिया चीन के संबंधित बड़े चिंता वाले मामलों को समझता है और चीन के साथ संपर्क और ताल-मेल आगे बढाकर द्विपक्षीय संबंध के विकास में बाधा दूर करने पर विचार-विमर्श करना चाहता है।
(वनिता)