पूर्व फ्रांसीसी अर्थमंत्री और द मूवमेंट फॉर्वर्ड के नेता एमेनुएल मकरॉन ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति के दूसरे दौर के मतदान में 65 प्रतिशत से अधिक वोट बटोरकर जीत हासिल की है। 39 वर्षीय मकरॉन इधर 60 साल में फ्रांस के सबसे युवा राष्ट्रपति बने हैं।
कई जनमत सर्वे संस्थाओं द्वारा 7 तारीख को गृह मंत्रालय की प्रारंभिक मत गिनती और वोट स्टेशन के सैंपल सर्वे के अनुसार जारी परिणाम के अनुसार मकरॉन ने 65 प्रतिशत से अधिक मत पाये, जबकि फ्रांस की अति दक्षिणपंथी पार्टी की उम्मीदवार मारीन ल पेन ने सिर्फ 35 प्रतिशत वोट हासिल किये।
मकरॉन ने उस रात टीवी पर भाषण देते हुए कहा कि लंबे इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ा है। मुझे उम्मीद है कि यह आशा और विश्वास फिर जीतने का अध्याय है। उन्होंने बताया कि आने वाले पाँच वर्ष के कार्यकाल में वे नागरिकों के बीच दूरियों को पाटकर विनय, योगदान और संकल्प के साथ देश की जी जान से सेवा करेंगे।
मकरॉन के भाषण से पहले पेन ने खुले तौर पर हार मानी थी और मकरॉन को बधाई दी। उनका कहना है कि फ्रांस ने निरंतरता चुनी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप, यूरोपीय संघ आयोग के अध्यक्ष जीन जुंकर और जर्मन चांसलर एंगेला मार्केल ने मकरॉन को बधाई दी है। (वेइतुंङ)