रियो डी जनेरियो के फेडरल विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग स्नातकोत्तर और अनुसंधान संस्थान में ऊर्जा नियोजन प्रोफेसर अमरो ओलीपिओ परेरा ने शिन्ह्वा को कहा कि दोनों देश उभय जीत सहयोग के लिए स्वच्छ ऊर्जा में अपनी नवीनतम तकनीकी प्रगति का योगदान दे सकते हैं।
ब्राजील और चीन ने ठोस व्यापार और आर्थिक विनिमय द्वारा चिह्नित एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी को बनाए रखा है। दोनों राष्ट्र ब्रिक्स देशों के सदस्य भी हैं।
परेरा ने कहा कि मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग, जिसमें चीन-ब्राजील पृथ्वी संसाधन सैटेलाइट (सीबेआरएस) के शोध में शामिल है, दक्षिण-दक्षिण सहयोग का मॉडल था और स्वच्छ ऊर्जा और स्मार्ट प्रणाली के संयुक्त विकास में आगे बढ़ना चाहिए।
ब्राजील में स्वच्छ ऊर्जा की प्रचुरता है। उन्होंने उल्लेख किया कि तथ्य यह है कि ब्राजील में प्रचुर प्राकृतिक संसाधन हैं जो कि अक्षय ऊर्जा क्षेत्र के लिए वरदान है। यह अक्षय ऊर्जा स्रोतों सहित दुनिया के शीर्ष ऊर्जा आपूर्ति नेटवर्क में से एक है।
(अखिल पाराशर)