अफगानिस्तान में सरकार विरोधी सशस्त्र इस्लामी पार्टी के नेता गुलबुद्दीन हेक्मतयार ने 29 अप्रैल को पूर्व के लाघमन प्रांत में एक रैली में कहा कि सरकार विरोधी सशस्त्रों को देश की शांति प्रक्रिया में शामिल होना चाहिए।
यह गुलबुद्दीन हेक्मतयार के अपने करीब 20 वर्षों की पृथकता खत्म हो जाने के बाद देश वापिस लौटने के बाद पहला भाषण है।
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान लंबे समय तक सशस्त्र संघर्ष से थक चुका है। सभी लोगों को शांति की इच्छा है। बाहरी ताकत अफगानिस्तान में शांति नहीं ला सकती है। उनके अफगानिस्तान के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का अधिकार भी नहीं है। हमारे देश को इतिहास से सीखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि युद्ध या हिंसा के जरिए लड़ाई करना अब प्राथमिक चयन नहीं है। उन्होंने हाल ही में मज़ार-ए-शरीफ़ में हुए हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि तालिबान के सरकार के खिलाफ़ किए हमले का कोई अर्थ नहीं है। उन्होंने तालिबान से राजनीतिक रूप से संकट का समाधान करने की अपील भी की।
(नीलम)