अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 20 अप्रैल को आरोप लगाया कि ईरान 2015 में संपन्न ईरानी परमाणु समस्या संबंधी समझौते की भावना का पालन नहीं करता है। ईरान समझौते को नुकसान पहुंचाने वाली कार्यवाही कर रहा है।
उसी दिन ह्वाइट हाउस में इटली के प्रधानमंत्री पाओलो जेनटिलोनी के साथ आयोजित एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ट्रम्प ने दोहराया कि ईरानी परमाणु समझौता एक खराब समझौता है और इस पर हस्ताक्षर नहीं करने चाहिए। लेकिन ट्रम्प ने यह नहीं बताया कि ईरान ने किन किन क्षेत्रों में समझौते की भावना का उल्लंघन किया है। ट्रम्प का यह रुख पहले अमेरिकी विदेश मंत्री टिलरसन के बयान से अलग है।
गौरतलब है कि ईरान ने ईरानी नाभिकीय छह देश(अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, चीन व जर्मनी) के साथ कई साल तक वार्ता की और जुलाई 2015 में व्यापक समझौते पर हस्ताक्षर किए। समझौते के अनुसार ईरान नाभिकीय योजना को नियंत्रित करेगा और बदले में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ईरान के खिलाफ प्रतिबंध हटाएगा।
(श्याओयांग)