तुर्की की सत्तारुढ़ पार्टी और उसके समर्थकों द्वारा समर्थन किया गया संवैधानिक संशोधन मसौदा 16 अप्रैल को आयोजित जनमत-संग्रह में पारित हुआ। तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तेयप अर्दोआन ने 16 अप्रैल की रात को यह घोषणा की। वे मौत की सज़ा की बहाली को अपना पहला प्रमुख कार्य बनाएंगे।
अर्दोआन ने इस्तांबुल में मीडिया से कहा कि संवैधानिक संशोधन मसौदे के समर्थकों को 2 करोड़ 50 लाख मतदान मिले हैं, जो विपक्ष से 12 लाख अधिक हैं। उन्होंने कहा कि तुर्की ने उसी दिन शासन व्यवस्था के लिए एक ऐतिहासिक फैसला किया और तुर्की के सहयोगी देशों को इस फैसले का सम्मान करना चाहिए।
इसके बाद अर्दोआन ने समर्थकों के सामने एक भाषण देते हुए कहा कि संवैधानिक संशोधन मसौदा पारित होने के बाद उनका पहला प्रमुख कार्य मौत की सज़ा की बहाली होगी और इसपर एक बार फिर जनमत-संग्रह करने की संभावना है।
(वनिता)