पाकिस्तान के न्यूज़ स्टेट मंत्री मरियुम औरंगज़ेब ने चाइना रेडियो इन्टरनेशनल यानी सीआरआई संवाददाता को दिए एक इन्टरव्यू में कहा कि इस किताब का विमोचन बहुत ही सार्थक है। उनका मानना है कि इस किताब में आस पड़ोस देशों के बीच आवाजाही के बारे में शी चिनफिंग की विचारधारा पेश की गई है, इसके साथ ही चीन के पड़ोसी देशों के बीच संसाधनों के एकीकरण, सहयोग के साथ विकास वाले कदमों का विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया है। इसके अलावा, किताब में सरकारी प्रबंधन की पारदर्शी की प्राप्ति की भी चर्चा की गई है। यह पाकिस्तान सरकार के प्रबंधन के लिए भी बहुत लाभदायक है।
वहीं, पाक राष्ट्रीय असेम्बली के सचिवालय के प्रमुख नसिम खालिद ने कहा कि शी चिनफिंग की इस किताब के उर्दू भाषा संस्करण का प्रकाशन चीनी विचारधारा के पाकिस्तान में प्रवेश के लिए एक अच्छा प्रयास है। पाकिस्तान के आम लोग इस किताब को पढ़कर चीनी राष्ट्रपति के विचार समझ सकेंगे। यह किताब मित्रता की किताब ही नहीं, बल्कि एकदूसरे को जोड़ने का पुल भी है।
वहीं पाकिस्तान के रेड क्रिसेंट के अध्यक्ष सईद इलाही ने चीन के विकास में राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अहम भूमिका का उच्च मूल्यांकन किया और कहा कि वे एक सफल नेता हैं, जिन्हें पाकिस्तान के लोगों की भूरी-भूरी प्रशंसा मिली है।
उधर पाकिस्तान में मशहूर सामाजिक टिप्पणीकार तलत मसूद के विचार में शी चिनफिंग की किताब"चीन की शासन व्यवस्था"के उर्दू भाषा संस्करण के पाकिस्तान में प्रकाशन से पाकिस्तान-चीन दोस्ती आगे बढ़ेगी। पाकिस्तान के नागरिकों को वर्तमान चीन के नेता शी चिनफिंग की विचारधारा के बारे में अधिक जानकारी मिलेगी।
(श्याओ थांग)