हाल में यूरोपीय संसद के अध्यक्ष ने कहा कि अफ्रीका संभवतः चीन का उपनिवेश बन रहा है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने 31 मार्च को पेइचिंग में इसका खंडन करते हुए कहा कि चीन के विदेशी विचार में उपनिवेश शब्द नहीं है।
प्रवक्ता लू खांग ने यूरोपीय संसद के अध्यक्ष से तथ्यों को स्पष्ट कर बात कहने की सलाह दी। यदि हम अफ्रीका के इतिहास को देखें, तो पता चलता है कि अफ्रीकी महाद्वीप पर उपनिवेशवादी आक्रमण या शासन करने वाले देश भी यूरोपीय देश हैं। जबकि अफ्रीकी महाद्वीप में अब भी गरीबी मौजूद है और खराब स्थिति और अंतर्विरोध की जड़ें यूरोप के उपनिवेशवाद में हैं।
प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि अफ्रीका का समर्थन करना आज से शुरू नहीं हुआ है। नये चीन की स्थापना की शुरूआत से चीन ने अफ्रीका को मदद देनी शुरू की थी। व्यापक अफ्रीकी जनता चीन की मदद का स्वागत करती है।
(श्याओयांग)