भारत में ट्रिपल तलाक़(तीन तलाक़) के मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट ने संवैधानिक पीठ के पास भेज दिया है। अब इसकी सुनवाई सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ करेगी। गौरतलब है कि ट्रिपल तलाक की संवैधानिक वैधता को लेकर दायर कई याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी थी। पिछली सुनवाई में उच्चतम न्यायालय ने सभी पक्षों से जवाब तलब करते हुए मुद्दे निर्धारित करने का निर्देश दिया था।
अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने सुप्रीम कोर्ट से तीन तलाक मुद्दे की सुनवाई मई महीने से पहले करने का अनुरोध किया था। हालांकि अदालत ने उनकी दलील खारिज कर दी। अब इस मसले की सुनवाई 11 मई से होगी।
इससे पहले सर्वोच्च अदालत कह चुकी है कि इस मामले में सिर्फ कानूनी पहलुओं पर ही कोर्ट में सुनवाई की जाएगी। इसके साथ ही अदालत ने यह भी साफ़ कर दिया है कि वह इन प्रस्तावों पर सिर्फ विचार विमर्श करेगा और इस बात कोई निर्णय नहीं होगा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के तहत तलाक़ पर अदालतों को नजर रखनी चाहिए या नहीं।
उधर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में ट्रिपल तलाक़ के मुद्दे पर अपना जवाब पेश किया है। बोर्ड ने कहा कि उनके खिलाफ तीन तलाक़ के मुद्दे पर दाखिल की गई याचिका आधारहीन है।
अनिल पांडेय