चीन और अफ़ग़ानिस्तान के समान रूप से "एक पट्टी एक मार्ग" निर्माण करने की संगोष्ठी 29 मार्च को अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में आयोजित हुई।
अफ़ग़ानिस्तान के उप विदेश मंत्री हेकमत खलील करज़ई, अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति के प्रमुख सलाहकार मोहमद कयाउमी, अफ़ग़ानिस्तान स्थित चीनी राजदूत याओ चिंग, चीनी विदेश मंत्रालय के "एक पट्टी एक मार्ग" प्रस्ताव के विशेषज्ञों और विद्वानों समेत दोनों देशों के अधिकारियों और विभिन्न जगतों के जाने-माने व्यक्तियों ने संगोष्ठी में भाग लिया।
हेकमत खलील करज़ई ने संगोष्ठी में कहा कि अफ़ग़ानिस्तान मध्य एशिया, दक्षिण एशिया, मध्य-पूर्व और चीन से जोड़ा है। बेहतर स्थान से "एक पट्टी एक मार्ग" प्रस्ताव के कार्यान्वयन को आगे बढ़ाया जाएगा, जिससे अफ़ग़ानिस्तान को विकास का बड़ा अवसर मिलेगा। चीन और अफ़ग़ानिस्तान माल गाड़ियां खोलना, काबुल से उरूमीछी तक उड़ान की बहाली करना दोनों देशों के बीच व्यवहारिक सहयोग की आदर्श मिसाल है।
याओ चिंग ने कहा कि "एक पट्टी एक मार्ग" प्रस्ताव से क्षेत्रीय समान विकास को आगे बढ़ाया जाएगा। चीन विभिन्न पक्षों के साथ सहयोग को निरंतर मजबूत करना चाहता है।
(वनिता)