चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने 27 मार्च को पेइचिंग के जन वृहद भवन में नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड से मुलाकात की।
शी चिनफिंग ने कहा कि चीन नेपाल मित्रवत सहयोग दोनों देशों और दोनों देशों की जनता के मूल हितों के अनुकूल है। वर्तमान में चीन-नेपाल संबंध का गहन रूप से विकास हो रहा है। दोनों देशों की सरकारों और पार्टियों के बीच आवाजाही घनिष्ठ है। एक दूसरे से जुड़ने, आपदा के बाद के पुनर्निर्माण, बुनियादी संस्थापनों, सांस्कृतिक आदान-प्रदान के क्षेत्रों में सहयोग आगे बढ़ रहा है। दोनों पक्षों को एक साथ मिलकर द्विपक्षीय संबंधों के विकास की सकारात्मक स्थिति बनाई रखनी चाहिए, ताकि द्विपक्षीय मित्रवत सहयोग की नई स्थिति शुरू हो सके।
शी चिनफिंग ने ज़ोर देते हुए कहा कि चीन और नेपाल को निरंतर आपसी राजनीतिक विश्वास को मज़बूत करके विभिन्न स्तर पर आवाजाही को आगे बढ़ाना चाहिए, एक दूसरे के केंद्रीय हितों से संबंधित महत्वपूर्ण मामलों पर एक दूसरे का समर्थन करना चाहिए, समान रूप से "एक पट्टी एक मार्ग" के निर्माण के अवसर पर मुक्त व्यापार, कृषि, ऊर्जा समेत कई क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाना चाहिए। चीन नेपाल के साथ संयुक्त राष्ट्र जैसे बहुपक्षीय संस्थाओं में सहयोग को मजबूत करने को तैयार है, ताकि जलवायु परिवर्तन, अनवरत विकास के मामलों पर समान हितों की रक्षा की जा सके।
पुष्प कमल दहल प्रचंड ने कहा कि चीन नेपाल का अच्छा पड़ोसी देश है। नेपाल लम्बे समय से किए गए समर्थन के लिए चीन के प्रति आभार प्रकट करता है। इधर के वर्षों में नेपाल-चीन संबंधों में नई प्रगति हासिल हुई है। नेपाल एक चीन की नीति पर कायम है और चीन द्वारा प्रस्तुत "एक पट्टी एक मार्ग" प्रस्ताव का समर्थन करता है। नेपाल चीन के साथ व्यापार और पूंजी निवेश, यातायात और परिवहन, बुनियादी संस्थापनों, पर्यटन और विमानन के क्षेत्रों में चीन के साथ सहयोग का विस्तार करने को तैयार है। नेपाल ने अंतर्राष्ट्रीय मामलों में निभाई गई महत्वपूर्ण और सकारात्मक भूमिका के लिए चीन की प्रशंसा भी की।
(वनिता)