14 फरवरी को सोवियत संघ की सेना के अफगानिस्तान से हटने की 28वीं वर्षगांठ का स्मृति दिवस था। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भाषण देते हुए देश में तालिबान से सैन्य संघर्ष को समाप्त करके जल्द ही राष्ट्रीय शांति प्रक्रिया में शामिल होने की अपील की।
अशरफ गनी ने कहा कि अफगानिस्तान के लोगों को अपनी मातृभूमि में वापस लौटना चाहिए। विदेश में निष्कासित तालिबान संगठन के नेताओं को जल्द ही सैन्य संघर्ष समाप्त कर अपने ही देश में रहना चाहिए।
अशरफ गनी ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार और विपक्ष दल इस्लामी पार्टी ने पिछले वर्ष शांति समझौता संपन्न किया था। यह सभी सरकार विरोधी संगठनों के सामने शांति वार्ता में शामिल करने के लिए एक महत्वपूर्ण मिसाल खड़ी करता है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि वर्तमान में अफगानिस्तान के लोगों का महत्वपूर्ण मिशन देश का पुनर्निर्माण और पुनरूत्थान करना है।
(वनिता)