पाक नौसेना के जनरल हुसैन ने उसी दिन संयुक्त सैन्याभ्यास के उद्घाटन समारोह में भाषण देते हुए कहा कि मौजूदा सैन्य अभ्यास का उद्देश्य पारंपरिक और गैर-पारंपरिक सुरक्षा खतरे के मुकाबले के लिए प्रोग्राम और तकनीक बनाना है, सैन्य अभ्यास से इसी क्षेत्र में मानव और मादक पदार्थ की तस्करी तथा आतंकवाद पर हमला करने के लिए मददगार सिद्ध होगा।
वहीं, पाक प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ ने संदेश भेजकर कहा कि हिंद महासागर में सुरक्षा चुनौतियां अधिक हैं और बहु-पक्षीय भी हैं। आतंकवाद, मादक पदार्थों की तस्करी और समुद्री डकैती जैसे खतरें मौजूद हैं। इस तरह अंतरराष्ट्रीय नौसेनाओं के बीच सहयोग को मज़बूत करने की आवश्यकता है।
पाक मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन, अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, जापान और ऑस्ट्रेलिया समेत 37 देशों के 15 सैन्य जहाज़, 2 पी-3सी पनडुब्बी रोधी गश्त विमान, 5 हैलिकॉप्टर और सैनिकों की 11 विशेष टुकड़ियां मौजूदा सैन्याभ्यास में भाग ले रहे हैं।
(श्याओ थांग)